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अध्याय
पृष्ठाङ्क
प्रधानविषय २ से लेपन कर रेखोल्लेखन, प्रोक्षण कम, अग्निस्थापन, अमिपूजन, ध्यान, परिस्तरण,प्रोक्षणी पात्र, स्रुव चमस, आज्यपात्र, सुक् स्रुव स्थापन समिधा
हरण आदि सम्पूर्ण विधि लिखी है (१-८०)। ३ गर्भाधानप्रकरणम ।
१७०८ गर्भाधान की विधि का वर्णन किया है (१-१६)। ४ पुंसवनानवलोभनसीमन्तोन्नयनप्रकरणव ० १७१०
पुंसवन सीमन्त कर्म की विधि तथा समय का
वर्णन है (१-१६)। ५ जातकर्मप्रकरणवर्णनम्-
१७१२ जातकर्मसंस्कार की विधि (१५)। ६ नामकरणप्रकरणवर्णनम् ।
१७१३ नामकरण की विधि और नाम किस अक्षर से किस बालक का करना इसका निर्णय लिखा है। कुमार के कान में मन्त्र जपकर पिता उसके नाम
को कहे (१-७)। ७ निष्क्रमणप्रकरणवर्णनम् ।
१७१४ चतुर्थ मास में निष्क्रमण कर्म लिखा है (१-३)।