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अध्याय
[ ६४ ]
प्रधानविषय
होता है । सपिण्डता, सगोत्रता, समानोदक कितनी पीढ़ी तक है तथा सद्यः शौच कब होता है एवं पातक सूतक का वर्णन है ( १-६१ ) ।
७ गृहस्थानांप्रेतकर्म विधिवर्णनम् । सपिण्डीकरणश्राद्ध विधानवर्णनम् -
प्रेत क्रिया प्रथम दिन से द्वादश दिवस तक का वर्णन किया है (१-२३ ) ।
८ प्रायश्चित्तप्रकरणवर्णनम् ।
महापापों का प्रायश्चित्त ( १ - २४ ) ।
प्रायश्चित्तवर्णनम् । प्रायश्चित्तप्रकरणेऽभक्ष्यवर्णनम् ।
अनेक पापानां प्रायश्चित्तवर्णनम् ।
१५६३
१५६५
ससुवर्ण' पृथ्वी दानफलमहत्ववर्णनम् ।
पृष्ठाङ्क
१५६६
अनेक प्रकार के पाप कामज क्रोधज अभक्ष्यादि पापों के पृथक् पृथक् प्रायश्चित्तविधान (१ - १०६ ) ।
बृहस्पति स्मृति के प्रधान विषय
१५६६
१६०३
१६०५
१६१०