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अध्याय
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प्रधानविषय ३० प्राणाग्निहोत्रविधिवर्णनम् ।
१५४२ ब्राह्मण भोजन कराने का माहात्म्य तथा प्राणानिहोत्र विधि का वर्णन किया है [१-११] ।
औशनस संहिता के प्रधान विषय अनुलोमप्रतिलोमजात्यन्तराणांनिरूपणवर्णनम् १५४४ अनुलोम विवाह की सन्तान तथा प्रतिलोम सन्तान की जातियों का वर्णन। सूत, वेणुक, मगध, चाण्डाल आदि जाति और इनके लोम विलोम जाति का विस्तार तथा उनकी वृत्ति एवं कार्य का वर्णन आया है [१-५१] ।
औशनस स्मृति के प्रधान विषय १ ब्रह्मचारिणांक्रमागतकर्तव्यवर्णनम्- १५४६ २ ब्रह्मचारिधर्मवर्णनम् ।
१५५१ ब्रह्मचारिणांधर्मसारवर्णनम् ।
१५५३ इस अध्याय में शौनकादि ऋषियों ने भार्गव को विनम्र भाव से प्रणाम कर धमशास्त्र का निर्णय पूछा। उत्तर में औशनस ने सांस्कृतिक जीवन