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[ ५६ ] अध्याय .. प्रधान विषय
पृष्ठा ___ का विधान बताया है और इनका माहात्म्य ..
बताया है (२०३-२४०)। ११ लक्ष होमविधि वर्णनम।
६२७ कोटि होमविधि वर्णनम् ।
६२६ लक्ष होम, कोटि होम की विधि इन दोनों में किसने ब्राह्मण और कैसा कुण्ड इनका वर्णन तथा लक्ष और कोटि होम का आहवनीयद्रव्य, अभिषेक मंत्र, अभिषेक विधान, आचार्य मुत्विक् इनकी दक्षिणा का विधान और इसका माहात्म्य । सब प्रकार की आपत्तियों को दूर करनेवाला और राष्ट्र के सब उपद्रवों को दूर करनेवाला होता है
(२४१-२६६ )। ११ पुत्रार्थ पुरुषसूक्त विधान वर्णनम । ६३२
जिस स्त्री के सन्तान न हो अथवा मृतवत्सा हो उसको सन्तति के लिये त्रैमासिक यज्ञ जो कि शुक्ल पक्ष में अच्छे दिनपर दम्पति द्वारा उपवास कर पुत्र कामना के लिये किया जाता है उसकी विधि एवं मंत्र ( २६५-३१३)।