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________________ [ ३२ ] प्रधानविषय प्रवृत्ति भी हो तो भी बचना चाहिये (७)। क्षेत्रविबाद एकादश विवादपदम् २६३ ग्राम्य सीमा का निर्णय तथा ग्राम के गोपालों तथा वृद्ध लोगों से सीमा का निर्णय (१-४)। सीमा के विषय में झूठ कहनेवाले को साहस का दण्ड ( ७-८) । पुल बनाने पर विचार (१४-१७)। कोई यदि किसी के बाहर जाने पर उसके खेत पर अधिकार करले तो लौटने पर उसे वापिस दे देवे (२०-२१)। खेत तीन पुस्त होने पर छूट नहीं सकता (२४)। किसी के खेत में गाय सो जाय उसका निर्णय ( २७-२८)। हाथी घोड़े किसी के खेत में चले जायँ तो अपराध नहीं ( २८-३०)। किसी के खेत में गाय चर जाय तो उसकी क्षतिपूर्ति निर्णय ( ३३-३४)। स्त्रीपुंसयोगो द्वादशं विवादपदम २६७ पाणिग्रहण होने पर स्त्री मानी जाती है (२-३)। एक गोत्र की कन्या और वर का विवाह नहीं हो सकता है [७]] गुणदोष न देखकर विवाह होने पर त्याग [६-१५] दूसरा पति करने का नियम [१६]। कन्यादान करनेवाले अधिकारियों का वर्णन [२०-२२ ] । स्त्री संग्रहण के दण्ड [ ६२-६८]। व्यभिचार दण्ड [७०-७५]। पशुयोनि गमन दण्ड [७६] । स्त्री गमन निषेध का वर्णन [८३-८८] । स्त्री की निर्वासन की दशा का वर्णन [६१-६५]। निर्दोष स्त्री त्याग का दण्ड [१७] ।
SR No.032667
Book TitleSmruti Sandarbh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaharshi
PublisherNag Publishers
Publication Year1988
Total Pages700
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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