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[ १८ ] अध्याय प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क ५ अभक्ष्य वर्णनम
८५ अकाल मृत्यु कैसे होती है (१-४)। अभक्ष्य (जिन चीजों का भोजन नहीं करना चाहिये उनका वर्णन (५-२०)।
आमिष खाने का दोष (३४)। ५ भक्ष्याभक्ष्य वर्णनम्
योऽत्ति यस्य यदा मांसमुभयोः पश्यतान्तरम ।
एकस्य क्षणिका प्रीतिरन्यः प्राणैर्विमुच्यते । हिंसा का निषेध और आमिष खाने का पाप (४८-५०)।
जो मांस नहीं खाता है उसको अश्वमेध का फल (५३-५४)। ५ प्रेत शुद्धि वर्णनम्
अशौच (सूतक) (५८-७८)। सूतक में कोई काम न करने का वर्णन (८४)। जिन पर अशौच नहीं लगता है उनका वर्णन (६३-६५)। ५ द्रव्य शुद्धि वर्णनम्
परम शुद्धि (१०६-१११)। ५ शरीर शुद्धि वर्णनम्
६७ अशुद्धि ( १३३ )। मार्जन से शुद्धि करने की विधि (३५)।
जूठन से शुद्धि (१४०-१४१)। ५ स्त्रीधर्म वर्णनम्
सदा प्रहृष्टया भाव्यं गृहकार्येषु दक्षया ।
सुसंस्कृतोपस्करया व्यये चामुक्तहस्तया ॥ पतिव्रता त्रियों का माहात्म्य (१५४-१६६)।
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