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________________ १०७२ मिश्रबंधु-विनोद जन्मकाल-१८६०। मृत्युकाल-१९३० । रचनाकाल-१८६६ । विवरण-आप रत्नपुर-निवासी जैमिनी गोलीय कायस्थ थे। नाम-( १८४८ ) हरिदास कायस्थ, पन्ना। ग्रंथ-(1) नखशतक, (२) रसकौमुदी (१८९७) [प्र० ० रि० ], (३) राधिकाभूषण, ( ४ ) इतिहाससूर्यवंश, (५) अलंकारदर्पण (१८६८) [प्र०.० रि०] (६) श्रीराधाकृष्णजी को चरित्र, (७) लीला महिमा समय बरसैन को, (८) गोपालपच्चीसी। [प्र० ० रि०] जन्मकाल-१८७६ । मृत्युकाल-१६००। कविताकाल-१८६६ । विवरण-पन्ना-नरेश महाराजा हरवंशराय के यहाँ थे। संवत् १८८हवाले सूर्यमल्ल-नामक कवि ने नीचे लिखे हुए कवियों के नाम अपने १८६७ में बने हुए ग्रंथ में लिखे हैं । इससे प्रकट होता है कि ये कवि १८६७ तक हुए थे । नाम ये हैं(१८४६) अजिता, ( १८५०) अतीत, ( १८५१) प्रास, ( १८५२) उदय, (१८५३) कमलानाथ, (१८५४) करनी, (१८५५) कलंक, (१८५६) कल्यानपाल, (१८५७) कृपान चारण, (१८५८) कंकाली, (१८५६) कंजुली, (१८६०) गजानन, (१८६१ ) चक्रधर, (१८६२) चामुंड, (१८६३) चिमन, (१८६४) दयालाल, (१८६५) दान, (१८६६) देवक, ( १८६७) देवमणि (आपने १६ अध्याय तक चाणक्यनीति भाषा रची), (१८६८) धनपति, (१८६६) धनसुख, (१८७०) धनंजय, (१८७१) धराधर, (१८७२ ) धर्मसिंह यती (स्फुट
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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