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________________ परिवर्तन-प्रकरण नाम-(१८४३ ) बुधजन जैन । ग्रंथ-योगींद्रसार भाषा। [ खोज १६०० ] कविताकाल-१८१५ नाम--(१८४३ ) लघुमति । ग्रंथ-(१) विवेकसागर, (२) चरनायके । रचनाकाल-८९५ नाम-(१८४४) लालदास । अंथ-(१) उषाकथा, (२) वामनचरित्र । [वि० ० रि० ] कविताकाल-१८९६ के पूर्व । विवरण-मनोहरदास के पुत्र । नाम-(१८४५) गणेशप्रसाद । ग्रंथ-हनुमतपच्चीसी (पृ०१२)। [द्वि० ० रि०] कविताकाल-१८१६ । विवरण-श्रीकाशी-नरेशजी की आज्ञा से रचना की। ' नाम-(१८४६) बलदेव ब्राह्मण, चरखारी। ग्रंथ-विचित्र रामायण (१९०३)।[च. त्रै० रिं०] कविताकाल-१८६६। विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(१८४७) भोलासिंह, पन्ना । कविताकाल-१८६६ । नाम-( १८४७) रेवाराम । ग्रंथ-(१) विक्रमविलास (१८६६), (२) दोहावली (१६०३), (३ ) रामाश्वमेध, (४) ब्राह्मणस्तोत्र, (५) नर्मदाष्टक, (६) गंगालहरी, (७) रत्नपरीक्षा, (८) माता के भजन, (१) कृष्णलीला के गीत, (१०) रखपुर का इतिहास, (११)बोकलावण्य वृत्तांत ।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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