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जैन - विभूतियाँ
68. डॉ. कामता प्रसाद जैन (1901-1964)
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: केम्पवेलपुर (सिंध), 1901
: लाला प्रागदास जैन
जन्म
पिताश्री
माताश्री : भगवती देवी
उपाधियाँ : डॉक्टर ऑफ लॉ (करांची),
पी-एच. डी. (कनाडा), साहित्य मनीषी (बनारस), सिद्धांताचार्य (आरा)
दिवंगति : अलीगंज, 1964
महान समाजसेवी प्रसिद्ध जैन विद्वान एवं विश्व जैन मिशन के संस्थापक डॉ. कामता प्रसाद का समग्र जीवन धर्म एवं समाज की सेवा करने एवं अखिल विश्व में अहिंसा धर्म का प्रचार करने में समर्पित रहा। कुछ लोग बड़े कुल में जन्म लेकर बड़े बन जाते हैं। कुछ लोग बड़ों का सान्निध्य पाकर बड़े बना करते हैं और कुछ - एक हैं जो अपनी सूझ-बूझ और श्रम सातत्य से बड़ों की परिधि को स्पर्श कर लेते हैं। बाबू कामता प्रसाद जैन के बड़े होने में उक्त तीन बातों का बेजोड़ संगम और सुयोग
प्राप्त था।
अपने समय के बड़े साहूकार तथा अंग्रेजी तोपखानों में कमीशन एजेन्ट लाला प्रागदास जैन के घर कैम्पवेलपुर सिन्ध, हैदराबाद ( पाकिस्तान) में प्रथम मई सन् 1901 के दिन कामता प्रसाद जी का जन्म हुआ। माता भगवती देवी से बालक को धर्म के संस्कार एवं उत्तम शिक्षण प्राप्त हुआ। उनकी प्राइमरी शिक्षा हैदराबाद (सिंध) में हुई। अल्प वय में ही उनका विवाह हो गया । परन्तु प्रथम पत्नि के जल्द देहांत हो जाने से पिता के अत्यंत आग्रह के कारण 23 वर्ष की वय में उनका दूसरा विवाह हुआ। लालाजी फोज के लिए रसद देने एवं बेंकर कन्ट्राक्टर रूप में व्यवसाय करते थे। पेशावर, रावलपिंडी, हैदराबाद (सिंध) आदि