________________
170
जैन-विभूतियाँ स्मारक विश्व पर्यटन मानचित्र पर अंकित हो चुका है। आप राष्ट्रीय खनिज विकास निगम के वर्षों तक निर्देशक रहे। आपकी ही प्रेरणा से (संसद के रूप में) भारतीय डाकघरों में हिन्दी में तार भेजना प्रारम्भ हुआ।
ईरान के शाह, बैगम फास्हा एवं कश्मीर के युवराज डॉ. करणसिंह को मोती मगरी प्रताप स्मारक का अवलोकन कराते हुए श्री मेहता
श्री ठक्कर बापा की प्रेरणा से आपने मेवाड़ के आदिवासी क्षेत्र में बैठकर कई पाठशालाएँ एवं छात्रावास स्थापित किये और आदिवासियों के उत्थान में योगदान दिया। भूदान बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में सैकड़ों एकड़ जमीनें भूमिहीन किसानों में वितरित की और आदर्श ग्राम स्थापित किये। उदयपुर नगर सुधार प्रन्यास के अध्यक्ष के रूप में नगर के नियोजित विकास एवं इसे प्रदूषित रहित बनाने की चेष्टा की। भारत सेवक समाज के अध्यक्ष के रूप में आपने राजस्थान में श्रमजीवियों के लिए राज्य में प्रथम बार कॉलेज की स्थापना की जो आज जयपुर में लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज के नाम से विख्यात है।
श्री मेहता की महिला शिक्षा के प्रचार-प्रसार में भी काफी रुचि रही है, जिसके लिए आपने उदयपुर में राजस्थान महिला विद्यालय की स्थापना में