________________ 165 162 118 120 बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - 3 477 2041 119 75 57 53 - उपवास के पारणे एकाशन आदि से वर्षांतप 2042 188 01 - उपवास के पारणे एकाशन से वर्षांतप 2043 192 2044 135 छठ के पारणे एकाशन से वर्षांतप 2045 234 2046 234 2047 266 - -अठ्ठम से वर्षीतप + आध्यात्मिक __अनुभूतियाँ 2048 246 - . - छठ के पारणे एकाशन से वर्षीतप 2049 254 - 130 - 2050 234 - - 120 के पारणे बिआसन से वर्षीतप 2051 234 - - 120 - " " " 2052 258 - - 130 2053 238 - 2054 238 . - - 120 2055 254 - - 130 - टोटल 4205 1171 1598 894 87 वि. सं. 2047 में अठुम के पारणे एकाशन से वर्षीतप के दौरान इन महात्मा को विशिष्ट आध्यात्मिक अनुभूतियाँ भी उपलब्ध हुई हैं / कच्छ में जन्म एवं मुंबई में दीक्षा लेनेवाले ये मुनिवर पिछले 7-8 साल से राजस्थान में विचरण कर रहे हैं / तीन नामों से प्रसिद्ध गच्छ में दीक्षित इन महात्मा के नाम का दो अक्षर का पूर्वार्ध जिनशासन में 7 की संख्यामें प्रसिद्ध तत्त्वों को सूचित करता है, और उत्तरार्ध के दो अक्षरों का अर्थ तेज होता है / तपस्वी मुनिवर के गुरु 36 साल की उम्र में आचार्य पदवी को संप्राप्त एक शासन प्रभावक आचार्य भगवंत हैं / : : : :