________________ 468 बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - 3 उपवास संवत् 2025 2012 2007 2009 2010 2013 2003 मुंबई-गोडीजी सुरत महुवा वालकेश्वर भावनगर मुंबई- पायधुनी महुवा मासखमण मासखमण महुवा 2004 2045 मासखमण भावनगर ये महात्मा सं. 2002 से प्रति वर्ष दोनों ओलीजी में आराधना सहित 9-9 आयंबिल करते हैं। सं. 2051 से प्रतिदिन 11 पक्की नवकार की माला का जाप तथा 1 घंय ध्यान करते हैं / पालिताना में घेटी पागमें जिनकी मूर्ति की प्रतिष्ठा की गयी है उन ध्यानी श्री मणिविजयजी दादा की प्रेरणा से शुरूआत में 10 मिनिट से प्रारंभ करके बाद में रोज 1 घंय ध्यान करते हैं / तप - जप तथा ध्यान के प्रभाव से कई बार स्वप्न में लगभग 11 इन्च के नीलवर्णी पार्श्वनाथ भगवान के दर्शन होते हैं / उसी तरह कई बार सफेद नागराज के दर्शन स्वप्न में और कभी प्रत्यक्ष रूप से भी होते रहते हैं। __ "हमेशा आनंद में रहनेवाले" इन यथार्थनामी महात्मा ने घोघा में 15 चातुर्मास किये हैं।