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-जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? होगा, वही होगा। मारने वाले से तारने वाला महान है। असह्य भय के साथ नमस्कार महामंत्र का स्मरण शुरू कर दिया। बीसेक मिनट में गुंडे स्वयं परेशान होकर निकल गये। थोड़ी ही देर में पुलिस आयी। लेकिन कोई उसके हाथ में नहीं आया। छोटी सी चिटकनी नहीं टूटी। आश्चर्य की बात थी। इस भयानक परीक्षा में से पार उतारने वाला नवकार मंत्र के अलावा कौन हो सकता है? अचिंत्य शक्तिशाली इस मंत्र पर हमारी श्रद्धा मजबूत हो गयी।
उसके बाद तो कोई शारीरिक पीड़ा हो, चाहे कोई कार्य नहीं बनता हो, या फिर किसी अदृश्य विघ्न के कारण कार्य रुक जाता हो, मन अशान्त हो, या फिर पारिवारिक विवाद हो, प्रत्यक्ष या परोक्ष बिना कारण कोई भी बाधा हो, तुरन्त ही हदय से आवाज आती है कि नवकार महामंत्र की शरण में चला जा। इस प्रकार से प्रश्नों का समाधान हो जाएगा। वास्तव में ही कुछ समय बाद कोई अगोचर शक्ति कार्य करती हो, इस प्रकार प्रश्नों के समाधान मिल जाते हैं। शारीरिक पीड़ा मन्द होती | जाती है, मुश्किल कार्य आसान होते जाते हैं।
एक दूसरी बात स्पष्ट कहनी है। चमत्कारों के कारण इस मंत्र पर श्रद्धा जगे और इसका स्मरण करें यह तो सौदाबाजी है। स्वार्थ है। हकीकत में मुझे लगता है कि महामंत्र के ऊपर की श्रद्धा ने ही ऐसे चमत्कारों का सर्जन किया है। भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए, दूसरे का अहित कर अपना हित साधने हेतु इस शक्ति का उपयोग करना पाप है। यह महामंत्र तो एक अस्खलित प्रवाह है। इसकी साधना में झुकने वाला तो पार हो जाता है किन्तु इसका केवल स्पर्श करने वाला भी कुछ प्राप्त कर लेता है। | इस महामंत्र के प्रत्येक अक्षर में शक्ति का भंडार भरा हुआ है। विविध प्रकार से इसकी गणना विविध फल देती है। चौदह पूर्व का अमाप ज्ञान जिसमें समाया हुआ है, उस महामंत्र की प्रभावकताताकत-तारकता और प्रकाशपुंज का वर्णन करना यह मनुष्य की
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