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-जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार?
गोलीबारी में से चमत्कारिक बचाव!
. दि. 28.12.94 बुधवार का दिन था। जो मेरे जीवन में कभी भूला नहीं जा सकेगा। मलाड़ के एक प्रख्यात बिल्डर, झवेरचन्द जे. शाह जिनका नाम है, वे बहुत कम्पनियों के मालिक हैं। मै. विशाल बिल्डर्स, मै. अचल डेवलोपर्स, मै. अर्चना डेवलोपर्स, मै. प्रतीक्षा कन्स्ट्रक्शन कं. प्रा.लि. वगैरह-वगैरह। जिनके साथ बरसों से मेरा वित्तीय लेनदेन का सम्बंध था। उन्होंने दि. 28.12.94 के दिन मुझे बुलाया, क्योंकि हमारा अपना खाता मिलाकर मुझे अच्छी रकम लेनी थी। उनकी पेढी और निवास स्थान एक ही बिल्डिंग-रोलेक्स एपार्टमेन्ट, एस.वी. रोड़, न्यु इरा टॉकिज के पास, मलाड़(वेस्ट) मुम्बई में था। श्री झवेरचन्द भाई बहुत ही धार्मिक स्वभाव के एवं सरल हैं। उनके वित्तीय प्रबंधक उनके भानजे श्री बसंतभाई मुम्बई में किसी व्यापारी के पास से बड़ी रकम लेने गये थे। मैं उनकी राह उनकी ऑफीस में बैठा देखता था। इतनी देर में श्री झवेरचन्दभाई और उनकी पत्नी कुसुमबेन श्री सहजमुनि महाराज के दर्शन (जिन्होंने 201 उपवास किये थे) कर रोलेक्स एपार्टमेन्ट में नीचे की
ऑफीस में आये। में उनसे मिला और सहज मुनि महाराज के बारे में काफी देर बातें कीं और वे दोनों ऊपर की छटी मंजिल में जहां पर रहते थे, वहां गये। मैं श्री वसंतभाई की राह देखते नीचे ऑफीस में समाचार पत्र (जन्मभूमि, व्यापार) वगैरह पढ़ रहा था। थोड़ी देर बाद श्री झवेरचन्दभाई ऊपर से नीचे ऑफीस में आये। श्री वसंतभाई अभी तक नहीं आये हैं, जानकर मुझे थोड़ी देर बैठने को कहा। मैं थककर ऑफीस के बाहर बरामदे में चक्कर काटने लगा।
जब लगभग 7-45 बजे (रात्रि) होंगे, अचानक दो अनजान आदमी आये। ऑफीस के बाहर श्री झवेरचन्दभाई सेठ का सुरक्षा प्रहरी सोफे पर बैठा था। उन दो अनजान लोगों ने पास में आकर, मेरे और सुरक्षा प्रहरी पर बन्दूक की गोलियां छोड़ी। मेरे पेट में एक गोली लगी। पास में सोफे
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