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-जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? - का नाम, कुंकुम, केसर, चंदन से लिखकर घर में आये। .
उसके बाद बिल्डर ने वह जगह दूसरे को बेच दी और दस्तावेज उसे बनाकर दे दिये। लेने वाले ब्लोक में आये तब उन्होंने दरवाजे पर नवकार मंत्र देखा। पूजा हो गई है, वह देखा, तब उन्हें लगा कि यह जगह जैन भाई की लगती है। उसने हमें बुलाकर जानकारी दी। हम सभी मिले, इसलिए बिल्डर भी जैन होने से उसने भूल के लिए क्षमा मांगी। नवकार मंत्र के प्रभाव से उसका मन परिवर्तित हो गया और उसने दूसरा ब्लॉक उस भाई को दिया। हम सभी नवकार के प्रभाव की बातें करते विदा हुए। तब से नवकार मंत्र मेरे दिलोदिमाग में हर समय रहता है।
अभी हम बाहर गये थे। इस कारण जलवायु में परिवर्तन के कारण तथा पानी के फर्क के कारण गले में दर्द होता था। जलन होती और आवाज बैठ गयी थी उसके बाद मैंने गले के डॉक्टर को बताया। एक्स रे और जांच करवायी, उसमें निदान हुआ कि गले में चने की दाल जितनी गांठ है, इस कारण यह तकलीफ हुई है। तुम्हें ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। यह तकलीफ तभी दूर होगी। हम घबरा गये। परन्तु मुझे नवकार पर अत्यंत श्रद्धा थी। मैं नवकार गिनने बैठता, उस समय गिलास भरकर पानी साथ रखता। नवकार पूरे करने के बाद पानी पी लेता। इस प्रकार काफी दिन किया। उसके बाद गले का दर्द समाप्त हो गया। आवाज सही हो गयी। जलन बन्द हो गयी।
हमने वापिस दूसरे डॉक्टर को बताया और उसने जांच करके कहा कि,"गले में एकदम अच्छा है।गांठ नाम की कोई वस्तु नहीं है। तुम्हें किसी दवाई की जरूरत नहीं है। तुम एकदम अच्छे हो। किसी भी प्रकार की चिन्ता करने की जरूरत नहीं है।" तो अब बोलो इस मंत्र में कितनी शक्ति है, जो गांठ को भी मिटा दे! यह मंत्र पूरे विश्व में प्रत्येक के लिए उत्तम फल देने वाला है और यह निश्चित ही है।
लेखक : श्री कीर्ति एच.शाह 15 ए, गाला एपार्टमेन्ट, चौथी मंजिल, जितेन्द्र रोड़, मलाड (पूर्व) मुम्बई - 69 306