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- जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार ?
मेरे लिए एस. एस. सी. के बाद की सरकारी पोलीटेक्नीक में इन्टरव्यु आया ओर इसी दौरान मैंने रोज प्रभु पूजा करना शुरू किया। मैंने प्रतिदिन सवेरे जल्दी उठकर भगवान की पूजा कर एक पक्की नवकार की माला गिनना प्रारम्भ किया।
इस मंत्राधिराज श्री नवकार में रही हुई मेरी अपूर्व श्रद्धा से मुझे श्री नवकार का चमत्कार केवल दो ही महीनों में देखने को मिला। जब इन्टरव्यु था, तब मुझे बहुत ही उत्साह था। किन्तु मुझे सरकारी | पोलीटेक्नीक में प्रवेश नहीं मिला। मैंने तो उसके बाद आशा ही छोड़ दी थी, परन्तु महामंत्र श्री नवकार पर मुझे अडिग श्रद्धा थी ।
मंत्राधिराज महामंत्र का देखते ही देखते चमत्कार होने से दुबारा प्रवेश के लिए इन्टरव्यु निकला। मेरे लिए तो यह अंधेरे में रहने वाले के लिए एक प्रकाश की किरण थी, क्योंकि यदि मुझे प्रवेश नहीं मिलता तो मेरी जिन्दगी में पढ़ने के द्वार बन्द थे। इस इन्टरव्यु में भी प्रवेश मिले ऐसा निश्चित नहीं था। परन्तु मैंने तो अपना जीवन श्री नवकार को समर्पित कर दिया था। मैं इन्टरव्यु देने के लिए अहमदाबाद पहुंचा, तब तक मेरे मन एवं हृदय में श्री नवकार का स्मरण था। जब मुझे प्रवेश मिला तब तक मैंने नवकार का स्मरण चालु रखा था। मुझे सिविल इन्जिनीयरींग (मोरबी) में प्रवेश मिल गया।
इस प्रकार श्री महामंत्र नवकार के चमत्कार का मुझे अनुभव हुआ । आप के पास केवल एक ही आशा रखता हूँ, कि आप भी अपने जीवन में नवकार मंत्र को अपनाओ। "जैन जयति शासनं
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लेखक- बीजल शाह विघ्नेश्वर मोहल्ला, महुवा, जिला- सुरत (गुजरात) 392250
महामंत्र नवकार
एक समय मैं कोई ईश्वर भक्त या आस्तिक आदमी नहीं था। कालमार्क्स के विचारों के कारण मैं आग के गोले की तरह कम्युनिस्ट बन * यहाँ से प्रारंभ होते 20 दृष्टांत 'श्री नवकार यात्रा' किताब में से साभार उद्धृत किये गये हैं।
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