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-जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? -- वायरिंग, फिटिंग आदि सही हो तो फिर प्रथम नजर कहाँ पडती है? मुख्य स्वीच चाल है? और यदि वो भी चालु हो तो तुरन्त मन में विचार आता है कि "फ्यूज' तो नहीं उडा? नवकार की साधना का "फ्यूज' कौनसा? मेरा कैंसर कैसे मिटा?
नमस्कार महामंत्र की साधना की सच्ची प्रक्रिया और नवकार के "फ्यूज'ष्की पहचान गुलाबचन्द भाई द्वारा की गई नवकार की साधना के वर्णन में से प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने नवकार की साधना किस प्रकार की और उससे उन्हें क्या अनुभव हुआ? यह हम उनके ही शब्दों में देखें।
"मुझे कैन्सर का प्राणघातक रोग हुआ। उसके प्रारंभ के छह महीनों में मेरे सिर में बहुत दर्द होता था। मैंने डॉक्टरों को दिखाया, किन्तु रोग का कोई निवारण नहीं कर सका। एक दिन कफ में खून दिखाई दिया। मेरे पारिवारिक डॉक्टर को बात की। उन्होंने जाँच कर केन्सर होने की बात कही।
मैंने उसके बाद डॉक्टर कपर को बताया, तब उन्होंने कहा, "अभी पेनिसिलिन के इंजेक्शन लो, उससे पहले कोई उपचार हो सके वैसा नहीं है।" गला अंदर से, और बाहर से सूज गया था। इससे पहले भी खुराक तो कम हो ही गई थी। रोटी भी पानी के चूंट के साथ मुश्किल से उतरती थी, अब गला एकदम सिकुड़ गया। दूसरे दिन हमने डॉ. के. मोदी का एपोइन्टमेन्ट लिया। उन्होंने जाँच कर कहा कि, 'रोग बहुत बढ़ चुका है। ट्रीटमेन्ट (उपचार) की बात तो दूर रखें, किन्तु अन्दर से काटकर जाँच (बायोप्सी) करा सकें, वैसी भी स्थिति नहीं है। उन्होंने मेरे पारिवारिक डॉक्टर को एक ओर लेकर कहा कि, 'ये एक-दो दिन के | मेहमान हैं। उन्होंने शांति से आयु पूर्ण हो इसलिए नींद के इंजेक्शन देने को कहा। हम निराश होकर लौटे।
पिछले चार-पांच दिन से गले से पानी नहीं उतरता था। प्यास ऐसी लगी थी कि घड़े के घड़े पानी पी जाऊँ। मैंने अपने पारिवारिक डॉक्टर