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4. चतुर्थी 5. पञ्चमी
6. षष्ठी
7. सप्तमी
1. प्रथमा
2. द्वितीया
तस्मै
तस्मात्
तस्य
तस्मिन्
दकारान्त पुल्लिंग 'यद्' शब्द
उसके लिए
उससे
यः
यम्
येन
यस्मै
जो
जिसको
3. तृतीया
जिसने
जिसके लिए
4. चतुर्थी 5. पञ्चमी
यस्मात्
जिससे
6. षष्ठी
यस्य
जिसका
7. सप्तमी
यस्मिन्
जिसमें, पर
1. येन सह त्वं वदसि, सः न साधुः अस्ति - जिसके साथ तू बोलता है, वह उत्तम मनुष्य नहीं है ।
उसका
उसमें, पर
2. यस्मै त्वं धनं दातुम् इच्छसि सः तत्र नास्ति - जिसके लिए तू धन देना चाहता है, वह वह नहीं है ।
3. यस्य गृहम् अग्निना दग्धम्, सः अत्र आगतः - जिसका घर आगे से जला, वह यहाँ आ गया है ।
4. यस्मिन् पात्रे दुग्धं रक्षितम् तत् पात्रं भिन्नम् - जिस बरतन में दूध रखा था, वह टूट गया ।
5. यस्मात् ग्रामात् त्वम् इदानीम् आगतः, तस्य किं नाम अस्ति - जिस गाँव से तू अब आया, उसका क्या नाम है ?
6. यं त्वं पश्यसि सः कः अस्तिः- जिसको तू देखता है, वह कौन है ?
7. यः पुस्तकं पठति सः एव मम भ्राता अस्ति- जो पुस्तक पढ़ता है, वह मेरा भाई है।
8. यस्मै धनं दातुम् इच्छसि किम् सः दरिद्रः अस्ति - (तू) जिसको धन देना चाहता. है, क्या वह निर्धन है ?
9. येन सह वदसि तम् एवं कथय - (तू) जिसके साथ बोलता है, उससे ऐसा कह । 10. यः कूपस्य जलं पातुम् इच्छति तस्मै कूपस्य एव जलं देहि-जो कुएँ का जल पीना चाहता है, उसको कुएँ का ही जल दे ।
11. तथा यः गङ्गाजलं पातुम् इच्छति तस्मै शुद्धं गङ्गाजलं देहि - और जो गंगाजल पीना चाहता है उसको शुद्ध गंगाजल दे
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