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'द्वितीय, तृतीय' भी सर्वनाम 'सर्व' शब्द के समान ही नपुंसकलिंग में चलते हैं ।
'यत्' शब्द (नपुंसकलिंग)
1.
यत्
99
2.
शेष रूप पुल्लिंग 'यत्' शब्द के समान होते हैं I
इसी प्रकार 'अन्य, अन्यतर, इतर, कतर, कतम, त्व' इत्यादि सर्वनामों के नपुंसकलिंग में रूप होते हैं । 'अन्यतम' शब्द नपुंसकलिंग में 'ज्ञान' के समान चलता
है ।
किम्
1.
2.
1.
2.
अन्य रूप पुल्लिंग 'किम्' शब्द के समान होते हैं ।
'तत्' शब्द (नपुंसकलिंग)
1.-2.
ये
""
17
'किम्' शब्द (नपुंसकलिंग)
के
यानि
77
अदः
""
1.-2.
तानि
तत् अन्य रूप 'तत्' शब्द के पुल्लिंगी रूपों के समान होते हैं ।
'एतत्' शब्द (नपुंसकलिंग)
कानि
1.
एतत्
एते
एतानि
2.
एते, एने,
एतानि एनानि
एतत्, एनत्, अन्य रूप 'एतत्' शब्द के पुल्लिंगी रूपों के समान होते हैं ।
'इदम् ' शब्द (नपुंसकलिंग)
इदम्
इमे
इदम्, एनत्
इमे, एने
अन्य रूप पुल्लिंग 'इदम्' शब्द के समान होते हैं ।
'अदस्' शब्द (नपुंसकलिंग)
अमू
""
इमान
इमानि नानी
अमूनि