________________
वाक्य 1. रामचन्द्रस्य पुत्रः अतीव धावति, अतः पतति च-रामचन्द्र का लड़का बहुत दौड़त
है, इसलिए गिरता है। 2. यदि त्वम् एवं करिष्यसि तर्हि पतिष्यसि एव-अगर तू ऐसा करेगा तो गिरेगा ही। 3. त्वं श्वः प्रातःकाले भ्रमणाय चलिष्यसि किम्-तू कल सवेरे घूमने चलेगा क्या ? 4. अहम् इदानीं तस्य छत्रं नयामि, त्वं तस्मै कथय-मैं अब उसका छाता ले जाता
हूँ, तू उसे बता। 5. तस्य गृहे अश्वः अस्ति तथा विडालः अपि अस्ति-उसके घर घोड़ा है तथा
बिल्ला भी है। 6. तस्य वस्त्रं मया प्रक्षालितम्-उसका वस्त्र मैंने धोया।
शब्द प्रदीपः-दीया। घृतम्-धी। तक्रम्-लस्सी (दही की), मट्ठा। भूतम्-हो गया। पचति-(वह) पकाता है। पचसि-(तू) पकाता है। पचामि-पकाता हूँ। पचिष्यति-वह पकाएगा। पचिष्यसि-तू पकाएगा। पचिष्यामि-पकाऊँगा।
वाक्य 1. सः तस्य गृहे अन्नं पचति-वह उसके घर में अन्न पकाता है। 2. तस्य पेटकः कुत्र अस्ति यस्मिन् तेन स्वकीयं द्रव्यं रक्षितम् अस्ति-उसका सन्दूक
कहाँ है, जिसमें उसने अपना धन रखा है ? 3. यदा सः पुरुषः स्वगृहं गतः तदा तेन स्वकीयः पेटकः कुत्र स्थापितः इति अहं
न जानामि-जब वह व्यक्ति अपने घर गया तब उसने अपना ट्रंक कहाँ रखा,
यह मैं नहीं जानता। 4. भूमित्रः जानाति किम्-क्या भूमित्र जानता है ? 5. हे भूमित्र ! किं त्वं जानासि-भूमित्र ! क्या तू जानता है ? 6. अहमपि नैव जानामि परन्तु सूर्यसिंहः जानाति-मैं भी नहीं जानता, परन्तु सूर्यसिंह
जानता है। 7. तर्हि तं पृच्छ-तो उससे पूछ। 8. सः वदति स्वपेटकः अपि तेन स्वगृहं नीतः इति-वह कहता है कि वह अपना ___ट्रंक भी वही अपने घर ले गया। 9. ईश्वरस्य पूजनम् अवश्यं कर्तव्यम्-ईश्वर का पूजन अवश्य करना चाहिए। 10. अध्यापकस्य समीपं सत्वरं गच्छ-गुरु के समीप जल्दी जा।