________________
२७४
वाक्यरचना बोध
संस्कृत में अनुवाद करो ... भारत के अनेक नगरों में अंगूर के बगीचे हैं। रांची शहर के समीप जामुन के बहुत वृक्ष हैं। वैद्य ने रोगी को केला खाने के लिए कहा है । क्या तुमने कभी बिजौरा नींबू खाया है ? गूलर के वृक्ष हर स्थान पर नहीं मिलते हैं ? राजस्थान में बेर बहुत होते हैं । कायफल कैसा होता है ? बालक आलू बुखारा और नाशपाती खाता है ।नारियल के वृक्ष लंबे होते हैं। इस बगीचे में लीची और शहतूत के वृक्ष नहीं हैं । गुणवती मकोय खाती है ।
णम् प्रत्यय के प्रयोग करो वह बीमार बार-बार हो करके पढ़ नहीं सका । दूध बार-बार पी करके सुरेन्द्र मोटा हो गया। गांव बार-बार जा करके सतीश थक गया। मुनियों को बार-बार वंदना करके बालक प्रसन्न होता है। चोरी बार-बार करके चोर निर्लज्ज हो गया। आज कपडे गीले हो इतनी वर्षा हुई है । आज आदमी स्नान कर सके इतनी वर्षा नहीं हुई।
__अभ्यास १. निम्नलिखित शब्दों के संस्कृत रूप बताओ
जामुन, केला, नाशपाती, आलूबुखारा, नारियल, लीची। २. निम्नलिखित णम् प्रत्ययों के रूपों का वाक्यों में प्रयोग करोकारं कारं, आदं आदं, यायं यायं, दायं दायं, चेलक्नोपं, चौरंकारं, गात्रस्नायं ।