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शीलादि प्रत्यय (१)
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संस्कृत में अनुवाद करो दुसरों के कटु वचनों को सहन करने वाला ही पूज्य होता है। विषयों में आसक्त होने वाला कर्मों का बन्धन करता है। तुम कर्म शत्रुओं को जीतने वाले बनो । इंद्रियों का दमन करने वाला सुख का अनुभव करता है । भारतीय संस्कृति में गृहत्याग करने वाले का आदर होता है । विषयों का भोग करने वाला दुःखी बनता है। गुरु का द्रोह करने वाला सद्गति में नहीं जाता। सदा श्रम करने वाले बनो। अनुरोध करने वाला नम्र बनता है । क्या इस सडक पर अवरोधी चिह्न है ? विरोधियों को ठीक से समझो। इसका संबादी प्रमाण कौनसा है ? विवादी प्रतिदिन विवादः करता रहता है। परिवाद करने वाला यह कौन है ? विवेकी व्यवहार जगत् में शान्ति से जीता है। विलासी जीवन का त्याग करो।
अभ्यास १. नीचे लिखे शब्दों का अर्थ बताओ और वाक्यों में प्रयोग करो
प्रजनिष्णुः, अपत्रपिष्णुः, ग्लास्नुः, गृध्नुः, संरोधी, विदाही । २. नीचे लिखे शब्द किस सूत्र से बने हैं ?
सहिष्णुः, प्रमादी, त्यागी, विकासी, अनुवादी, अनुरोधी।