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नमो पुरिसवरगंधहत्थीणं
है।
• महासती श्री मनोहरकंवर जी म.सा
आपका जन्म अजमेर के चंगेरिया कुल में वि.सं. २०१५ की पौष कृष्णा पंचमी दिनांक ३१ दिसम्बर १९५८ को हुआ। आपके पिता श्री कंवरीलाल जी चंगेरिया तथा माता श्रीमती भंवरीबाई हैं।
___आपने १८ वर्ष की आयु में वि.सं. २०३३ चैत्र शुक्ला नवमी को भोपालगढ में प्रवर्तिनी महासती श्री सुन्दर || | कंवर जी म.सा. की निश्रा में भागवती दीक्षा अंगीकार की।
दीक्षित होने के पश्चात् आपने थोकड़ों एवं शास्त्रों का अध्ययन किया। आप सेवाभावी मधुरभाषी व्याख्यात्री | महासती हैं। वर्तमान में आप वयोवृद्धा महासती श्री सन्तोषकंवर जी म.सा. की निश्रा में विचरण कर रही हैं। • महासती श्री राजमती जी म.सा.
आपका जन्म वि.सं. १९७६ आसोज शुक्ला नवमी ३ अक्टूबर १९१९ को देवली की छावनी में हुआ।|| आपके पिता श्री सुपातरचन्द जी भण्डारी तथा माता श्रीमती सदाबाई जी भण्डारी थी।
___ आपका विवाह संघ के प्रमुख कार्यकर्ता जोधपुर निवासी सुश्रावक श्रीमान् विजयमल जी कुंभट के साथ हुआ। श्रीमान् कुम्भट सा. का संघ-सेवा में उल्लेखनीय योगदान रहा। कुम्भट सा. का असामयिक निधन हो जाने से आपको संसार से विरक्ति हो गयी। आपने वि.सं. २०३३ फाल्गुन शुक्ला द्वादशी को जोधपुर में प्रवर्तिनी महासती श्री बदनकंवर जी म.सा. की निश्रा में भागवती दीक्षा अंगीकार की। आप बहुत ही सरलस्वभावी महासती थीं।
२२ वर्षों तक संयम का पालन कर आपने अन्त में वि.सं. २०५५ ज्येष्ठ कृष्णा नवमी, बुधवार २० मई १९९८ को सांय ५.१५ बजे पावटा स्थानक जोधपुर में संथारापूर्वक समाधिमरण को प्राप्त किया। • महासती श्री कौशल्यावती जी म.सा.
आपका जन्म थांवला जिला नागौर में वि.सं. २०१९ माघ कृष्णा पंचमी को हुआ। आपके पिता का नाम श्री पन्नालालजी कटारिया तथा माता का नाम श्रीमती कमला देवी है।
आपने १५ वर्ष की वय में प्रवर्तिनी महासती श्री सुन्दरकंवर जी म.सा. की निश्रा में वि.सं. २०३४ माघ शुक्ला दशमी को पालासनी (जोधपुर) में भागवती दीक्षा अंगीकार की।
दीक्षित होकर आपने थोकड़े, शास्त्र एवं संस्कृत भाषा का अभ्यास किया। आपके प्रवचन सरल एवं प्रभावशाली होते हैं। वर्तमान में आप महासती श्री सन्तोष कंवर जी म.सा. की निश्रा में विचर रहे हैं। • महासती श्री सोहनकंवर जी म.सा.
___ व्याख्यात्री महासती श्री सोहनकंवरजी म.सा. का जन्म बारणी खुर्द (जोधपुर) में वि.सं. २०१७ श्रावण कृष्णा | चतुर्दशी को हुआ। आपके पिता श्री उदाराम जी भाटी एवं माता श्रीमती दाखी बाई हैं।
आपने १७ वर्ष की आयु में वि.सं. २०३४ माघ शुक्ला दशमी को पालासनी (जोधपुर) में महासती श्री शान्तिकंवर जी म.सा. की निश्रा में भागवती दीक्षा अंगीकार की।
दीक्षित होकर आपने थोकड़ों का अभ्यास किया। आपके प्रवचन सरल एवं प्रभावी होते हैं।