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________________ ४६ माँ सरस्वती श्री सरस्वती साधना विभाग आयंबिल, एकासणा या बियासणा का पच्चक्खाण करें । यद्यपि तप करने का सामर्थ्य न हो, तो, कम से कम नवकारसी करे तथा रात्रि भोजन त्याग करे। जाप के लिए नये अथवा धुले हुए सफेद वस्त्रों का परिधान आवश्यक है। साधको ने बैठने के लिए ऊन का सफेद कटासना (आसन) व सफेद माला का उपयोग करना चाहिए | कोशिश की जाये कि उस सफेद कटासने व माला का उपयोग केवल सरस्वती के जाप के लिए ही हो; अन्य किसी साधना के लिए न हो । इससे जाप साधना को पुष्टी मिलती है । मोती, स्फटीक अथवा सूत की माला भी उपयोग में ली जा सकती है। माला पर जाप न करने के इच्छुक साधक उंगलियों पर जाप कर सकते है। सा 103iHV श्री सुध उधर्म आगम म दर्शन नव्या-मओवर-me-sui, सिबा a gard-cul, માં જિગાણસર Hd, નમામિ નિર્ચ વિશ્વભd.
SR No.032027
Book TitleSamyag Gyanopasna Evam Sarasvati Sadhna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarshsagarsuri
PublisherDevendrabdhi Prakashan
Publication Year2007
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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