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________________ / 53 विभाग नमस्कार स्वाध्याय मणि जेहे तणी परिई कृष्ण वर्ण ते श्रीमुनिसुव्रतस्वामि नेमिनाथ जाणिवा / अनइं मोक्ष मार्गे चालता संयम साधतां सखायत करइ / जे पाप फेडवा समर्थ / ते साधु प्रतिइं माहरु नमस्कार है। एसो पंचनमुक्कारो सव्वपावप्पणासणी // ए पंच परमेष्ठि नमस्कार हुँ / भाव सहित कीजैइ तु किसिउं करइ। सर्व पॉप फेडणहार / किस्यां ते सर्व पाप / ईणइ संसारि जीवई देवगति 1, नरकगति 2, तिर्यंचगति 3, मनुष्यगति 4, ए चतुर्गति संसारैमाहि भ्रमण करतां मिथ्यौत्व 5, अविरति 12, कषाय 25 त्रिहूं योगे करी कृष्ण 1, नील 2, कापोत 3, त्रिहूं लेश्यौँए करी आर्त रौद्र ऍहे अशुभ ध्याने करी जे जीवई, जि हिंसादिक पाप ऊपाजिउं ते सँधलं ईणइ पंचपरमेष्ठि नमस्कारई स्मरी तइ हुँतेई क्षय जाइ / वली किसिउ छइ-- / मंगलाणं च सव्वेसिं / पढमं हवइ मंगलं // . ईणैइ संसारिइं दधि पूर्वा चंदन पृथिवी सरसव स्वस्तिकादिक सर्व मंगलीक कार्यमाहिं प्रथम मंगलीक / एक नउकार जाणिवु / तेह भणी सर्व शुभ कार्य आरंभतां धुरि समरेवउ / एहनइ प्रभावि जिम सर्व शुभ कार्य निर्विघ्नपणइ वृद्धिवंता हुइ // यतः भोयणकाले सयणे पडिबोहे पुरपवेसनिग्गमणे / पंचपरमेष्टि( ट्ठि)मंतं समरिज्जा सत्तवारासु // 1 // ए पं.परमेष्ठि नमस्कार, अतीत अनागत वर्तमान चउवीसी तणी आदिई जिनोक्त अर्थ थकी शास्वतु चऊद पूर्व- सार अर्थपूर्वक ध्यायवु / ईणइ नवकारि अरिहंतादिक पांच अधिकार, अष्ट संपदा, नवपद, अट्ठसट्ठि अक्षर, तेहयाँहिं सात भारे, ईंगसट्ठि अक्षर हळूआ / अनइं ए नवकारनं किसिउं फल / 1. तेहनी परइ B | 2. व्रत नेमि° B / 3. जाणवा B / 4. अनइ जे मोक्ष° B / 5. मार्गड BI 6. पालतां रहिं B / 7. करई B / 8. ते B / 9. फेडव.नइ शिषइ समर्थ B] 10. प्रतइ माहरउ BI 11. हुओ B / 12. पांच B| 13. B प्रतिमा 'हु' नथी / 14. गुणि तु कस्युं करई BI 15. पापनो B / 16. इणि जीवई B / 17. मनुष्यगति 2 B / 18. नरकगति 4 BI 19. माहिं B / 20. करतइ B / 21. मिथ्या A / 22. Bमां 'बिहूं' नथी। 23. त्रिहं B / 24. लेश्य ई B / 25. B प्रतिमा 'एहे अशुभ' नथी. 26. जीवइ B | 27 सघलु इणि। 28. नमस्कारि। 29. हं क्षय A 30. करइ मंगलाणं B | 31. इह संसारे दूर्वा B / 32. पृथ्वी सरिसव BI 33. लोकमाहि B / 34. जाणिवउ B / 35. समरवु जिम एह° / 36. प्रभावइ सर्व B / 37. B प्रतिमां 'यतः' नथी। 38. सव्वत्थ कज्जेंसु B / 39. पांच B | 40. आदि जि° B / 41. थिको शाश्वतु / 42. पूर्वनु B / 43. अर्थथिको ध्यायवउ B / 44. इणि B / 45. कारइ हंता BI 46. आठ B / 47. महिं A / 48. भारी B / 46. इकसटि B / 50. B प्रतिमा 'अनई' नथी / 51. नउकारनउं किस्युं फल BI
SR No.023548
Book TitleNamaskar Swadhyay Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTattvanandvijay
PublisherJain Sahitya Vikas Mandal
Publication Year1980
Total Pages370
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size38 MB
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