________________
सन्दर्भ-ग्रन्थों में प्राप्त वणिक-वृत्त
[ ४६६
-
-
लक्षण
सन्दर्भ-ग्रन्थ-सङ्कताङ्क
प्रस्तार. छन्द-नाम संख्या
१,६६६२१. ग्रावास्तरणम्
समुद्रलता २,४१,३३६. टङ्कणम्
म भ स भ म भग ज स ज स त भग र न र न र न ग
१७. १४. १७.
विशाक्षर-छन्द
१७.
५, १०, सुप्रभा-७. ११. १७. १७.
५२,४६५. वाणीवाणः १,२६,०३१. भेकालोकः
चित्रमाला १,५१,४१३. विष्ववितानम् १,५१,४८६. भूरिशोभा १,६१,२४०. संलक्ष्यलीला १,६३,६८८. भारावतारः २,२४,६६५. वीरविमानम् २,६८,६७६. मत्तेभविक्रीडितम्
रत्नमाला २,९९,५६४. प्रवन्ध्योपचारः ३,५५,७६६. कामलता
म भ स भ त य ग ग भ म म त न स ग ग म र भ न त त ग ग त भ ज न त त ग ग त म मन न त त ग ग न रन र न त ग ग न त ज न न त ग ग भ भ भ भ भ भ ग ग स म न स न म य ल ग य य य य य य ल ग भर न भ भ र ल ग
의 국회 국회 의외의 외식
१७; हारावतार:-१७.
१७.
१०, १७, १६. १०. १७. १०, उत्पलमालिका-११, १७, १६. १०, २०. १०; १६; उज्ज्वलम्-११, १६, १६.
दीपिकाशिखा
भन य न न र ल ग न भ भ म स स ल ग र स स स स स ल ग भ म त न स न ल ग
पुटभेदकम् ५.०७,६५५. सौरभशोभासारः
१७; अशोकलोकालोकः-१७.
८१.९२१. अशोकलोकः
ललितगतिः ८६,०८०. मन्दाक्षमन्दरम् १,६१,८२७. तल्पकतल्लजम् २,६६,५६४. विद्य दाली ५,६७,६०५. दूरावलोकः ५,६६,५०८. शरकाण्डप्रकाण्डम् ६,१९,९६२. कलमतल्लिका
ललितविक्रमः वनमञ्जरी
एकविंशाक्षर-छन्द म म म म त र म न न न य य र म न न म म ज र म भ भ भ भ भ जम य य य य य य य म र भ न य र र स र न र र र र न र न र न र र भर न रन र र न ज ज ज ज भर
되과 외국의 외
२०.
१०, १०, १६.