________________
डीनी बहार बन्ने बाजुए छे, तेनी नीचे त्रीजी वालका प्रभा चार राज पहोली होवाथी तेनी चारे पंक्तिने विषे शोल शोल खांडवा छे, तेमां चार चार खांडवा त्रस नाडीमां छे, अने छ छ खांडवा
स नाडीनी बहार बन्ने बाजुए छे. तेनी नीचे चोथी पंकप्रभा पांच राज प्रमाण पहाली होवाथी तेनी चारे पंक्तिने विषे वीश वीश खांडवा छे, तेमां चारचार खांडवा त्रसनाडीमा छे अने आठ आठ खांडवा सनाडीनी बहार बन्ने बाजुए छे. तेनी नीचे पांचमो घमप्रभा छ राज प्रमाण पहोली होवाथी तेनी चारे पंक्तिने विषे चोवीश चोवीश खांडवा छे, तेमां चार चार खांडवा सनाडीमां छे. अने दश दश खांडवा त्रस नाडीनी बहार बन्ने चाजुए छे. तेनी नीचे छट्ठी तमप्रभा साडा छ राज प्रमाण पहोली होवाथी तेनी चारे पंक्तिने विषे छवीश छवीश खांडवा छे, तेमां चार चार खांडवा सनाडीमां छे, अने अगीयार अगीयार खांडवा सनाडीनी बहार बन्ने बाजुए छे. नेनी नीचे सातमी तमस्तमप्रभा सात राजप्रमाण पहोली होवाथी तेनी चारे पंक्तिने विषे अट्ठावीश अट्ठावीश खांडवा छे, तेमां चार चार खांडवा त्रसनाडीमां छे, अने बार वार खांडवा त्रसनाडोनी बहार बन्ने बाजुए छे, ॥ १९८ ॥ अह पणसय बारुत्तर, खंडय सोलहिय अट्ठसय सम्वे॥ वम्माइ लोगमज्झं, जोयण असंखकोडीहि ॥ १९९ ॥ ___ अर्थ-( अह.) के० हवे (पणसय बारुत्तर ) के० पांच सो अने बार नीचेनी सात पृथ्वीरूप सातराजना (खंडय) के. खांडवा थया. तथा उपरनां सातराजना त्रण सो अने चार खांडवा पहेला कया छे. ते सब्वे के० सर्व मली ( सोलहिय अट्ठसय )