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घट
सं + घट
स्फुट
मण्ड
तुड
घूर्ण
नृत
क्वथ
ग्रन्थ
मन्थ
ह्रद और ह्लाद
नि + सद छिद
आ + छिद
विद
मृद
स्पन्द
निर्+ पद
वि सं + वद
शद
आ + ऋन्द
खिद
षष्ठ अध्याय
गढ । पक्ष में घड संगल | पक्ष में संघड
फुट्ट, फुंड, मुर
चिच, चिचिअ, चिचिल्ल, रीड, टिविडिक्क तोड, तुट्ट, खुट्ट, खुड, उखुड, उल्लुक,
णिलुक्क, लुक्क, उल्लूर
घुल, घोल,
नश्च
अट्ट, कढ
गण्ठ
विरोल,
अवअच्छ
गुमज्ज
दुहाव, णिच्छल्ल, णिज्भोड, णिव्वर, पिल्लूर, लूर, छिन्द ओअन्द, उद्दाल
घुल्ल, पहल्ल
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घुसल
विज्ज
मल, मढ, परिहट्ट, खड्ड, चड्डू, मड्डु, पन्नाड
अथवा परणाड
१. हास से विकसने अर्थ में ।
चुलुचुलु, फन्द निव्वल, निष्पज्ज
विअट्ट, विलोट्ट, फंस और पक्ष में विसंवय
झड, पक्खोड
णीहर | पक्ष में अक्कन्द जूर, विसूर | पक्ष में खिज्ज