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मोतीशा टँक, विशाल मोतीशा टँक का भीतरी दृश्य, मानो मन्दिर की नगरी हो, मरुदेवा माता व नंदन ऋषभकुमार, तीसरी बालाभाई की टँक, अद्भुतजी आदीश्वरजी, श्री शांतिनाथजी, चौथी प्रेमाभाई मोदी की ट्रॅक, पार्श्वनाथजी के कलात्मक गोख, तीन पुतलियों का मूक उपदेश, पाँचवी हेमाभाई की ट्रंक, छट्ठी उजमऊई की टँक, सातवी साकरवसी ट्रंक, आठवी छीपासी ट्रंक, छीपावसी ट्रंक में श्री आदीश्वर भगवान, छीपावसी ट्रंक में एक गुम्बज का कलात्मक दृश्य, पांडवो की प्रतिमाएँ, कुंती और द्रौपदी, नौवी सवा सोमा की टँक, २५०० चरण पादुकाएँ, मरुदेवा का मंदिर, तरशी केशवजी की टँक, अंगारशा पीर, चेतन का संकल्प, भाताखाता, घेटीपाग की यात्रा, चौबीश तीर्थंकरों की देहरी, घेटी पाग की देहरी, छः कोस की प्रदक्षिणा की भावयात्रा, देवकी के छः पुत्र, उल्का-जल, श्री अजितनाथ एवं श्री शान्तिनाथ की देहरियाँ, चिल्लण - तालाब, रत्न की प्रतिमा, सिद्धशिला, भाड़वा का पर्वत, सिद्धव । यात्रा सम्पूर्ण ।
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त्रितीर्थी