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होने के कारण वंदना करना काफी आसान है। संपूर्ण परिक्रमा पथ पर पक्का मार्ग व सीढ़ियां बनीं हुई हैं । तीर्थ क्षेत्र की पहाड़ी की परिक्रमा के लिए भी एक मार्ग पर्वत के चारों ओर बना है; जिसके बीच-बीच में छत्रियाँ भी बनीं हुई हैं।
पर्वतराज पर जिनालय के अतिरिक्त छोटे-छोटे सरोवर कुंड आदि भी बनें हैं। नारियल कुंड व बजनी शिला पर्वत स्थित दर्शनीय स्थल हैं। पर्वत पर 77 प्राचीन जिनालय हैं। कुछ नये भी बन गये हैं। क्षेत्र पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 25 धर्मशालायें बनीं हुई हैं। अनेक धर्मशालाओं में तीर्थयात्रियों के लिए निःशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध है। कुछ धर्मशालाओं में आधुनिकतम सुविधायें भी हैं। क्षेत्र कार्यालय दिल्ली वालों की धर्मशाला में है। तलहटी में स्थित 27 जिनालयों का विवरण है:
1. तेरहपंथी आम्नाय दिगंबर जैन मंदिर
2. खरौआ जैन समाज का दिगंबर जैन मंदिर
3. गोल शृंगार जैन समाज का दिगंबर जैन मंदिर
4. पद्मावती पुरवार जैन समाज एटा का दिगंबर जैन मंदिर
5. तेरहपंथी आम्नाय दिगंबर जैन मंदिर, सराफा बाजार, लश्कर
6. तेरहपंथी आम्नाय दिगंबर जैन मंदिर
7. जैसवाल दिगंबर जैन मंदिर मुरार वालों का
8. स्व. भट्टारक चन्द्रभूषण जी का दिगंबर जैन मंदिर
9. स्व. भट्टारक चन्द्रभूषण जी का दिगंबर जैन मंदिर
10. कुंदकुंद कहान निर्वाण भूमियां व बाहुबली दिगंबर जैन मंदिर
11. अ. भा. स्याद्वाद शिक्षण सीमित का भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर
12. आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर
13. पंचमेरु मंदिर
14. नंगानंग दिगंबर जैन परमागम का चन्द्रप्रभु जिनालय
15. दोसी जिनालय
16. शीतलनाथ जिनालय भट्टारक कोठी
17. मनहर देव जिनालय भगवान शान्तिनाथ जी ( 15 फीट ऊँची खड्गासन प्रतिमा) जिनालय |
18. आमोल वाली धर्मशाला में पंच बालयति जिनालय
19. यहीं पर नवनिर्मित जिनालय प्रथम तल पर-नीचे दो चरण छत्रियां
20. सहस्रफणी जिनालय
21. गुंदी लाल जी वैसाखिया झांसी वालों का जिनालय
22. श्री सोनागिरि दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी दिल्ली वालों की धर्मशाला स्थित 2 जिनालय
23. बीसपंथी आम्नाय जिनालय नीचे चरण, ऊपर 5 वेदिकाओं पर दर्शन ।
64 ■ मध्य-भारत के जैन तीर्थ