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________________ 31. ऋषभदेव जिनालय - लगभग 2.25 फीट अवगाहना की श्वेत वर्ण की सं. 1952 में प्रतिष्ठित भगवान ऋषभनाथ की पद्मासन प्रतिमा इस जिनालय में विराजमान है। 32. इस जिनालय में चरण - चिह्न स्थित हैं । 33. अजितनाथ जिनालय - इस जिनालय में श्याम वर्ण की लगभग 5 फीट अवगाहना वाली भगवान अजितनाथ की पद्मासन प्रतिमा विराजमान है। प्रतिष्ठाकाल सं. 1948 है। 34. चन्द्रप्रभु जिनालय - लगभग 1.5 फीट अवगाहना वाली श्वेत वर्ण की पद्मासन प्रतिमा जो भगवान चन्द्रप्रभु की है, इस जिनालय में प्रतिष्ठित है । 35. पार्श्वनाथ जिनालय - सं. 1995 में प्रतिष्ठित भगवान पार्श्वनाथ की श्वेत धवल प्रतिमा पद्मासन मुद्रा में इस जिनालय में आसीन है । 36. चन्द्रप्रभु जिनालय - पद्मासन मुद्रा में स्थित यह प्रतिमा एक फीट ऊँची है व श्वेत वर्ण की है, इसमें प्रशस्ति नहीं है । 37. चन्द्रप्रभु जिनालय - सं. 1942 में प्रतिष्ठित श्वेत वर्ण की यह पद्मासन प्रतिमा भगवान चन्द्रप्रभु की है, जिसकी अवगाहना लगभग 1.25 फीट है। इस जिनालय में कृष्णवर्ण की एक अन्य तीर्थंकर प्रतिमा भी विराजमान है । 38. पार्श्वनाथ जिनालय - सं. 1943 प्रतिष्ठित पद्मासन मुद्रा में आसीन लगभग 2 फीट ऊँची भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा इस जिनालय में अवस्थित है । 39. नेमिनाथ जिनालय - सं. 1943 में प्रतिष्ठित पद्मासन मुद्रा में यह प्रतिमा लगभग 1.75 फीट ऊँची है व श्वेत वर्ण की है। यह नेमिनाथ भगवान की प्रतिमा है। 40. चन्द्रप्रभु जिनालय - भगवान चन्द्रप्रभु की यह प्रतिमा श्वेत पाषाण की लगभग एक फीट ऊँची पद्मासन मुद्रा में आसीन है। इसका प्रतिष्ठाकाल सं. 1942 है। 41. पार्श्वनाथ जिनालय - मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ की 1943 में प्रतिष्ठित कृष्ण वर्ण की पद्मासन मुद्रा में स्थित प्रतिमा इस जिनालय में विराजमान है। 42. पार्श्वनाथ जिनालय - इस जिनालय में लगभग 5 फीट अवगाहना की भगवान पार्श्वनाथ की कमलासन पर विराजमान प्रतिमा अवस्थित है। 43. चन्द्रप्रभु जिनालय - मूंगिया वर्ण की लगभग 1.75 फीट ऊँची यह पद्मासन प्रतिमा 1943 में प्रतिष्ठित है व भगवान चन्द्रप्रभु की है। 44. नेमिनाथ जिनालय- कृष्ण पाषाण की वीर नि. सं. 2484 में प्रतिष्ठित लगभग 1.25 फीट अवगाहना की पद्मासन प्रतिमा इस जिनालय में विराजमान है। 45. शान्तिनाथ जिनालय - इस जिनालय में कमलासन पर विराजमान भगवान शान्तिनाथ की मनोहारी मूर्ति विराजमान है । मध्य-भारत के जैन तीर्थ 49
SR No.023262
Book TitleMadhya Bharat Ke Jain Tirth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakashchandra Jain
PublisherKeladevi Sumtiprasad Trust
Publication Year2012
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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