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________________ होगा। यह प्रतिमा उस शासक या महापुरुष की हो सकती है, जिसने सिद्धवरकूट में जिनालय बनवाये हों या उनका जीर्णोद्धार करवाया हो। यह तीर्थ-क्षेत्र इंदौर व खंडवा से 77 किलोमीटर की दूरी स्थित है व पक्के सड़क मार्ग से जुड़ा है। बड़वाह रेल्वे स्टेशन से यह तीर्थ-क्षेत्र 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है; अतः यात्री यहां रेलमार्ग से भी पहुंच सकते हैं। इस तीर्थ-क्षेत्र पर यात्रियों को रुकने के लिये अनेक धर्मशालायें बनी हुई हैं। यहाँ प्रतिवर्ष फाल्गुन सुदी 13 से 15 तक वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें दूर-दूर से तीर्थयात्री शामिल होकर धर्मलाभ लेते हैं। इस तीर्थ-क्षेत्र पर 10वीं से 12वीं शताब्दी के बीच की अनेक जिन-प्रतिमायें विराजमान हैं। यहाँ स्थित जिनालयों व चरण छत्रियों का वर्णन हम निम्न क्रम में कर सकते हैंक्र. जिनालय मूलनायक व ___ अवगाहना आसन वर्ण सं. अन्य प्रतिमायें 1. नेमिनाथ जिनालय श्री नेमिनाथ भगवान+2 1 फीट 7 इंच पद्मासन श्वेत 1957 .. 2. शांतिनाथ जिनालय श्री शान्तिनाथ भगवान+6 3 फीट 2 इंच पद्मासन श्वेत 2463 · 3. चरण छत्री कामदेव व चक्रवर्तिओं के चरण- चिह्न स्थापित हैं 4. बाहुबली जिनालय भगवान बाहुबली जी 8 फीट कायोत्सर्ग श्वेत 2491 5. महावीर जिनालय श्री महावीर भगवान+2 . कायोत्सर्ग श्वेत 1951 बड़ा मंदिर श्रीसंभवनाथ भगवान+31 3 फीट 1 इंच पद्मासन श्वेत 1951 बाईं मंदिर श्री चन्द्रप्रभु भगवान 1 फीट 9 इंच पद्मासन श्वेत दाईं मंदिर श्री पार्श्वनाथ भगवान 1 फीट 2 इंच पद्मासन धातुनिर्मित अन्य वेदिका श्री संभवनाथ भगवान+5 1 फीट 10 इंच पद्मासन - 1548 6. छत पर श्री आदिनाथ स्वामी पद्मासन - 1548 7. अजितनाथ जिनालय श्री अजितनाथ भगवान+2 1 फीट 6 इंच __ पद्मासन श्वेत 1548 8. महावीर जिनालय श्री महावीर भगवान+2 2 फीट 7 इंच पद्मासन कृष्ण 1548 9. आदिनाथ जिनालय श्री ऋषभदेव भगवान 1 फीट 2 इंच कायोत्सर्ग कृष्ण लेख नहीं 10. पार्श्वनाथ जिनालय श्री पार्श्वनाथ भगवान 2 फीट 11 इंच पद्मासन कृष्ण भगवान शान्तिनाथ धातु 11. शान्तिनाथ जिनालय 10 कामकुमार व 2 चक्रवर्ती - प्रेतिमायें - यात्रियों को इस सिद्धक्षेत्र के दर्शन कर अवश्य लाभान्वित होना चाहिये। 168 - मध्य-भारत के जैन तीर्थ
SR No.023262
Book TitleMadhya Bharat Ke Jain Tirth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakashchandra Jain
PublisherKeladevi Sumtiprasad Trust
Publication Year2012
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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