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शंसमस्त दन एकठा कीधा पछइ समस्त दर्शन ने पूछ यो जे श्री अभयदेवसूरि नवांगीवृत्ति कर्ता स्थम्भणइ पार्श्वनाथ प्रकट कर्ता कियइ (किसइ) गच्छइ हुवा ? तिवारि समस्त दर्शन मिली अनइ घणा प्रन्थ जोइ पछइ (ए बात बचारिनइ ) इम कह्या जे श्रीअमयदेवसूरि ( नवांगी वृत्ति कारक स्तम्भणइ पार्श्वनाथ प्रकट कारक ) खरतरगच्छे हुवा। सही। सत्यं समस्त दर्शन घणा ग्रन्थ जोइ नइ सही कीधी। सही सही। अत्र साखि भट्टारक कर्मसुन्दरसूरि मतं १ ,, ,, सिद्धान्तिया बडगच्छ श्री थिरचंद्रसूरि मतं २ ,, ,, जावडिया गच्छे श्री हर्षविनय मतं ३
निगमिया तप गच्छे श्री भ० कल्याणरत्नसूरि मतं ४ वृहत तपा गच्छे श्री सिद्धसूरि मतं ५ विवंदणीक वारेजिया खडखडता तपागच्छे परमाणन्द
मतं ६
सिद्धान्तिया बड़ गच्छे श्री महीसागरसूरि मतं ७ काछेला पुनमिया गच्छे उदयरत्नसूरि मतं ८ पीपलिया गच्छे विमलचंद्रसूरि मतंह त्रांगडिया पुनमिया गच्छे श्री विद्याप्रभसूरि मतं १० ढंढेरिया पुनमिया गच्छे श्री संयमसागरसूरि मतं ११ कुतबपुरा तपा गच्छे श्री विनयतिलकसूरि मतं १२ बोकडिया गच्छे श्री देवानन्दसूरि मतं १३ सिद्धान्तिया गच्छे पन्यास प्रमोदहंस मतं १४ पाल्हणपुरा गच्छे वा० विनयकीर्ति मतं १५ पाल्हणपुरी साखा तपा गच्छे वा० रंगनिधान मतं १६ अंचल गच्छे पण्डित भावरत्न मतं १७
सापरिया पुनमिया गच्छे पण्डित उदयराज मतं १८ ,, साधु पुनमिया गच्छे वा० नगा मतं १६
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