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(सिरि भूवलय)
॥४४॥ ॥४७॥ ॥५०॥ ॥५३॥ ॥५६॥
॥५९॥ ॥६ ॥ ॥६१॥ ॥६२॥ ॥६४॥
रस नेमी विजयादन्क ॥४२॥ व्यसनवळिप पद्मदन्क
॥४३॥ रससिद्धि वय्धर्भ यरन्क वशद वय्शालियाद्यन्क ॥४५॥ रसद सौदाद् यन्क
॥४६॥ यशद खरोष्ट्रिय अन्क वशद निरोष्ट्रद अन्क ॥४८॥ वश्दापभ्रशिकदन्क
॥४९॥ दिशेय पय्शाचिकरन्क यशद रक्ताक्षरदन्क ॥५१॥ वशवादरिष्ट देशादनक
॥५२॥ कुसुमाजियवर देशदनक रसिकरर सुमनाजियन्क ॥५४॥ रसदयन्द्रध्वजदन्क
॥५५॥ रस जलजद दलदनक वशद महा पद्मदनक ॥५७॥ रसदध मागधियन्क
।।५८॥ अरस पारस सारस्वतदन्कम् । बारसदेशदाद्यन्क । वीरव शद देशदारयके सेरिद । शूर मालव लाट गवुड इवुगळ नेरेनाड मागध देशान्क । अवराचेय विहारान्के ॥ नव म्* दारद उत्कल कन्याकुब्जान्क । सविय वराह नाडन्क रिद्धिय वयश्रमणर नाडिनन्कवु । शुद्ध वेदान्तदाय सर ॥ इद्दल्ले इरुव सन्दरभ्द नाडन्क । एदु बरुव चित्रकरद यडगय्य्अ नाडन्क वेन्देने बाहिय । एडगव्य नाड क*न् नडद ॥ मडुविनन्कदे बेरेसलु अय्दयदादनका एडबल सवन्दरियन्क ५४ रल्लि ओंदुकूडि-५५=१०(इदु सौंदरियान्क) पोडविय हदिनेन्टु लिपिय ॥६३॥ बिडिसलार् औम्बत्तरन्क गडिय मूरल मूररन्क ॥६५॥ सडगरदलि हदिनेन्टु
॥६६॥ नुडिगळनोडगूडिदनक कडेगे ऐवत्नाल्करन्क ॥६८॥ ओडगूडे त्रय हदिनेन्टु
॥६९॥ नडेय मूरर औम्बत्तन्क अडविय बनवासियनक ॥७१।। मडदिय त्यागिगळन्क
॥७२॥ इडिदु कूडिदर् औम्दे अन्क बिडिसि नोडिदरोम्दे अन्क
॥७४॥ गुडियोळाडुव ज्ञानदन्क ॥७५॥ नुडियु कर्नाटकद अन्क हिडिय मातुगळ भूवलय ॥७७॥ ओडगूडे कर्मदाद्यन्क
||७८॥ परमम् पेळिद हदिनेन्टु मातिन । सरसद लिपि ई नवम ॥ वर म्* न्गल पराभूतदोळु अन्कव । सरिगूडि बरुव भाषेगळम् रसवु मूलिकेगळ सारव पीर्वन्ते । होस कर्नाटक भाषे ॥ रस श्री नवमान्कवेल्लरोळ बेरेयुत । होसेदु बन्दिह ओम् ओमदनक मम्वादा ओम्कारदोळडगिद । सर्वञ् वाणियम् होसेये ॥ श् रे* यम् पोन्दुत गणित बन्धदोळ् कटि । धर्म साम्राज्यदन्कदोळु पदवागिसि पद पद्मवनागिसी । हदय पद्मा दलवेरी ॥ सदय * त्ववेनिसी मेदुळ होक्कु केळ्वर । ह्रुदयके कर्मदाटवनु रागव वयाग्यवनोम्दे बारिगे । तागिसे कर्णाटकद ॥ बागिल सा लिनिम् परितन्द कारण । श्री गुरु वर्धमानान्क ।
॥६७॥ ||७०॥ ॥७३॥ ॥७६॥
॥७९॥
||८०॥ ॥८ ॥ ।।८ ।। ॥८३॥
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