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________________ धार्मिक जन-जीवन एवं दार्शनिक मान्यताएँ थे।' चालुक्य राज्यकाल में सूर्योपासना प्रचलित थी। सूर्य पूजा के अवसर पर 'स्वस्ति-वाचन' तथा 'शान्ति-वाचन' भी होता था। प्रसिद्ध तीर्थस्थान __ जैन महाकाव्यों के आधार पर १३वी-१४वीं शताब्दी तक भारत में हिन्दू एवं जैन धर्म से सम्बद्ध निम्नलिखित धार्मिक तीर्थ स्थान प्रसिद्ध हो चुके थे :१. सोमनाथ २. वैजनाथ ३. महाकाल५ ४. स्तम्भतीर्थ६ ५. सिद्धेश्वर ६. प्रभास ७. पंचासर ८. प्रियमेल तीर्थ ० ६. केदार" १०. शत्रुण्जय१२ ११. उज्जयन्त'३ १२. माउण्ट प्राबु१४ १३. श्री पर्वत१५ १४. स्वामीगृह ६ १५. कन्याकुमारी१७ १६. कुरुक्षेत्र १७. शंखोद्धा१६ १८. भागीरथी२० १९. सारावती२१ २०. चर्मवती२२ तथा २१. पुष्कर२३ । १. वराङ्ग०, २४.३६, द्वया० २.२२, १७.७३, १.६६ २. स्वयैः काभ्यः स्तुतः स्वस्तिवाचनैः शान्तिवाचनैः । -द्वया०, १७.७३ ३. कीर्ति०, ६.७१, वसन्त०, ११.३२, कुमार०, १५.८६, वस्तु०, ६.५३६ ४. सकृत०, ११.३३, वस्तु०, ३ ३७१ ५. हम्मीर०, ६२४ ६. कीर्ति० ४.३, वसन्त०, ४.१७ ७. कीति०, ४.८६ ८. कीर्ति०, ६.७०, वसन्त०, ११.१ ६. सुकृत०, ११.२ १०. वसन्त०, ११.३८ ११. वही, ६.२८ १२. वसन्त०, ३.५६, सुकृत०, ११.१५, वस्तु०, ५.६३०, कीति० ६२५ १३. सुकृत०, ११.३०, द्वया० १५.६४, वराङ्ग०, २५.५६ १४. हम्मीर०, ६.३६ १५. वराङ्ग०, २५.५८ १६. वही, २५.५३ १७. वही, २५.५४ १८. वही, २५.५६ १६. द्वया०, ४.१३ २०. वराङ्ग०, २५.५५ २१. द्वया०, ९.७६ २२. द्वया०, २.६३ २३. हम्मीर०, ६.२७, ४१
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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