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________________ पृष्ठांक. १४७ १४९ १५५ १५५ १६० १६१ विषयांक विषय का नाम २२ स्वप्नका विचार व उसके फल २३ नियम लेने की और अज्ञानतासे उसका भंग होने ___ पर विधि २४ नियम लेनेपर कमलश्रेष्ठीका दृष्टान्त २५ सचित्त, अचित्त और मिश्रवस्तुका स्वरूप २६ शस्त्रके संबंध बिना लवणादि वस्तुएं किस प्रकार अचित्त होती हैं ? २७ धान्यक बीजपनेका काल २८ लोटके सचित्तअचित्तपनेका काल २९ पक्वान्नआदिका काल, अभक्ष्यवस्तु और विदल का स्वरूप ३० उष्णपानीका स्वरूप ३१ चावल के धोवनका स्वरूप और उसका काल ३२ नीबोदकका स्वरूप ३३ अचित्तपानीका काल ३४ सचित्तवस्तुके त्यागपर अंबडपरिब्राजकके शिष्यों का दृष्टान्त ३५ चौदहप्रकार के नियमों का स्वरूप ३६ नवकारसी तथा ग्रंथिसहित पच्चखानका स्वरूप और फल १६३ १६६ १६७ १६८ १७२ १७२ १७६
SR No.023155
Book TitleShraddh Vidhi Hindi Bhashantar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnashekharsuri
PublisherJainamrut Samiti
Publication Year1930
Total Pages820
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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