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क्रियातिपत्त्यर्थ
एकवचन
हंसाविन्तो, हासन्तो हसाविन्ती, हासन्ती
नपुंसकलिंग - हसाविन्तं, हासन्तं
पुंलिंग - स्त्रीलिंग -
सर्वपुरुष | हसाविज्ज-ज्जा, हासेज्ज-ज्जा
सर्ववचन
धातु
अंग
हसावि-हास अंग
बहुवचन
हसाविन्ता, हासन्ता हसाविन्तीओ, हासन्तीओ
हसाविन्ताइं, हासन्ताइं इत्यादि कर्तरि के समान जानना ।
अ
विध्यर्थवर्तमानकाल भूतकाल
आज्ञार्थ
कर् करावीअ करावीअइ करावीअईअ करावीअउ कराविहिइ,
करावितो - ती-तं कराविज्ज-ज्जा
कराविस्सइ
कराविज्ज कराविज्जइ कराविज्जईअ कराविज्जउ कराविहिइ, कराविन्तो-न्ती-तं
कराविस्सइ कराविज्ज-ज्जा
कारीअई कारीअईअ कारीअउ
कारिहिड्
कारन्तोन्ती-न्तं
कारिस्सइ
कारिज्ज कारिज्जइ कारिज्जईअ कारिज्जउ पड् पडावीअ पडावीअइ पडावीअईअ पडावीअउ
भविष्यकाल क्रियातिपत्त्यर्थ
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कारेज्ज-ज्जा
पडाविहिइ ) पडाविन्तो-न्ती-न्तं
पडाविस्सइ) पडाविज्ज-ज्जा
पडाविज्ज पडाविज्जइ पडाविज्जईअ पडाविज्जर पडाविहिइ, पडावन्तो-न्ती-न्तं
पाडीअ पाडीअइ पाडीअईअ पाडीअउ पाडिज्ज पाडिज्जइ पाडिज्जईअ पाडिज्जउ होआवीअ होआवीअइ होआवीअसी- होआविअउ
पडाविस्सइ) पडाविज्ज-ज्जा पाडिहिइ पाडन्तोन्ती-न्तं पाडिस्सइ. पाडेज्ज-ज्जा होआविहिई, होआविन्तोन्ती-तं होआविस्सइ होआविज्ज-ज्जा
ही-हीअ होआविज्ज होआविज्जइ होआविज्जसी - होआविज्जउ होआविहिई, होआविन्तो-ती-तं होआविस्सइ होआविज्ज-ज्जा
ही-हीअ