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हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि
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वेच्चइ
वेच्च
बेचना "
लब्भइ
लब्भ
पाना
आवइ
आव
आना
आणिअइ पिअन्ति आवट्टइ पेक्खु
आ+णि लाना पिअ+पीना आ+वट्ट होना (प्रेक्ष्य) देखना
"
" आज्ञा
पेक्ख
ओहट्टइ
4/420
पल्लवह
तद्भव
भाव
FREEEEEEEEEEEEEEEEE
4/421 4/422
देक्खउँ भावइ लग्गइ " चडइ " विसूरहि . घल्लन्ति देशी भमन्ति तद्भव खाहि " संचि तत्सम समप्पड़ जोएदि " सक्कइ तद्भव पुच्छह "
ओहट्ट भ्रष्ट होना वर्तमान पल्लव पालना " देक्ख देखना "
इच्छा होना " लग लगना " चड चढ़ना " विसूर विसरना आज्ञा घल्ल फेंकना वर्तमान भम् घूमना " खा खाना आज्ञा संच संचित करना समप्प समाप्त होना" जोए देखना " सक समर्थ होना वर्तमान पुच्छ पूछना आज्ञा पयम्प कहना " त्यज चय-छोड़ना"
तद्भव
पयम्पह
चय