SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 90
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८७ (७५) 1 णरयम्मि तह च्चिय णिक्खुडाइँ वीरेण भणियाई ।। मुत्त-जलु-जलु-सलोहिय-पूय-वसा-वच्च-खेल-बीहच्छा । 3 दुईसण-बीहणया चिलीणया होंति दुग्गंधा ।। अह तेसु णिक्खुडेसुं गेण्हइ अंतोमुत्त-मत्तेण । 5 कालेण कम्म-वसओ देहं दुक्खाण आवासं ।। अइभीम-कसिण-देहो अच्छी-कर-कण्ण-णासिया-रहिओ। होइ णपुंसग-रूवो अलक्खियक्खो कह वि किंचि ।। जह जह पूरइ अंगं तह तह से णिक्खुडे ण माएइ । 9 जह जह ण माइ अंग तह तह वियणाउरो होइ ।। कह कह वि वेयणत्तो चल-चलणच्छेल्लयं करेमाणो । 11 अह लंबिउं पयत्तो कुड्डकुडिच्छाओ तुच्छाओ ।। ता दिट्ठो परमाहम्मिएहिँ अण्णेहिँ णरय-पालेहिं । 13 धावंति ते वि तुट्ठा कलयल-सदं करेमाणा ।। मारेह लेह छिंदह कड्ढह फालेह भिंदह सरेहिं । 15 गेण्हह गेण्हह एयं पावं पासेहिँ पाएसुं ।। एवं भणमाण च्चिय एक्के कुंतेहिँ तत्थ भिंदति । अवरे सरेहिँ एत्तो अवरे छिंदति खग्गेहिं ।। एवं विलुप्पमाणो कड्डिजंतो वि काल-पासेहिं । णिवडतो वज-सिलायलम्मि सय-सिक्करो जाइ ।। णिवडतो च्चिय अण्णे लोह-विणिम्मविय-तिक्ख-सूलासु । 21 भिज्जइ अवरो णिवडइ धस त्ति घोराणले पाओ ।। णिवडिय-मत्तं एक सहसा छिंदति तिक्ख-खग्गेहिं । 2) P om. वच्च. 4) P निक्कुडेसु. 6) P om. कण्ण. 7) P नपुंसय. 8) P निक्कुडे ण, J मायइ. 10) P वेयणिल्लो चलचल्लवेल्लयं. 11) P अव for अह, P कुच्छाओ for तुच्छाओ. 12) P अह रोद्द for अण्णेहिँ, P निरय for णरय. 13) P पावंति ते य तुट्ठा. 14) P छिंदह for भिंदह. 15) P एतं for एयं, P पाडेसु for पाएसुं. 16) P भणमाणे, P एक्कक्कतेहिँ. 17) P adds सरे before सरेहिँ, P om. एत्तो. 18) P य for वि. 19) P जायइ. 20) P अन्नो for अण्णे. 21) P पावो for पाओ. 22) P मेत्तो एक्को.
SR No.022707
Book TitleKuvalaymala Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraguptasuri
PublisherAnekant Prakashan Jain Religious Trust
Publication Year2011
Total Pages244
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy