________________
८८
(७६) । अवरे सरेहिँ तह पुण अवरे कोंतेहिँ भिजति ।।
मुसुमूरति य अण्णे वजेणं के वि तत्थ चुरेति । 3 के वि णिसुंभंति दढं गय-पत्थर-लउड-घाएहिं ।।
जंतेसु के वि पीलंति के वि पोएंति तिक्ख-सूलासु । 5 कर-कर-कर त्ति छिंदति के वि करवत्त-जंतेहिं ।।
छमछमछमस्स अण्णे कुंभीपागेसु णवर पच्चंति । 7 चडचडचडस्स अण्णे उक्कत्तिजति विलवंता ।।
(७६) एवं च कीरमाणा हा हा विलवंति गरुय-दुक्खत्ता । 9 कह कह वि बुडबुडेता सणियं एवं पयपंति ।।
पसियह पसियह सामिय दुक्खत्तो विण्णवेमि जा किं चि । 11 किं व मए अवरद्धं साहह किं वा कयं पावं ।।
दाऊण सिरे पहरं अह ते जपंति णिट्ठर-सरेण । 13 रे रे ण-यणइ मुद्धो एस वराओ समुज्जूओ ।।
जीवे मारेसि तुमं जइया रे पाव णिद्दओ होउं । 15 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि अवरद्धं ।।
मंसं खाइसि जइया जीवाणं चडचडस्स फालेउं । 17 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि अवरद्धं ।।
अलियं जपसि जइया रे पावय पावएण हियएणं । 19 तइया मुद्ध ण-याणसि भणसि मए किं कयं पावं ।।
गेण्हसि अदिण्णयं चिय जइया रे मूढ णिग्घिणो होउं । 21 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स कयं किं व अवरद्धं ।।
परदार-मोहिय-मणो जइया रे रमसि अण्ण-जुवईहिं ।
1) P om. तह पुण, P भिंदंति. 2) P अवरे for अण्णे, P पूरंति for चुरेति. 4) J पीलेंति अवरे for पीलंति के वि, P पूयंति for पोएंति, P सूलेसु. 5) J करेंति for कर त्ति. 6) J छमेंति for छामस्स, P कुंभीपाएसु नवरि. 7) P वरिसंता for विलवंता. 8) P विलवेंति गुरुय. 12) P अवरे for अह ते, P सरेहिं. 13) JP याणइ for यणइ (emended), J समुज्जओ P समुजूओ. 14) P रुह for रे. 15) P has some additional lines after अवरद्धं like this : गेण्हसि अदिन्नयं चिय जइ वा रे मूढ निग्घिणो होउं । तइया न पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि पारद्धं ।।. 16) Jom. the gatha : मंसं etc., P फालिउं. 19) Pom. ten lines from तइया मुद्ध etc. to पीडेसि रे तुम जइया.