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(११८) 1 अजं चिय जाओ हं अजं रयणाइँ णवर पत्ताई ।
जं सव्व-सोक्ख-मूलं जीवंतो अज्ज संपत्तो ।।' । 3 (११८) एवं च भणिऊण कयं मुह-धोवणं । कयाहार-किरिया य उत्तिण्णा __ जल-तरल-तरंग-रंगंत-मत्त-मायंग-मज-माण-मयरेहाहोय-दाण-जल5 णीसंद-बिंदु-परिप्पयंत-चित्तल-जलं महाणई णम्मयं ति । थोवंतरं च जाव
वच्चंति ताव अणेय-वेल्लि-लया-गुविल-गुम्म-दूसंचाराए महाडवीए पणट्ठो 7 मग्गो भव-सय-सहस्स-गुविल-संचारे संसार-कंतारे अभवियाणं पिव णिम्मलो
जिणमग्गो । तओ ते पणट्ठ-मग्गा मूढ-दिसिवहा भय-वेविर-गत्ता उम्मत्तगा विय 9 अणिरूविय-गम्मागम्मा तं महाडविं पविसिउं समाढत्ता । जा पुण कइसिय ।
अवि य । 11 बहु-विह-कुसुमिय-तरुवर-कुसुमासव-लुद्ध-भमिर-भमरउला ।
भमिर-भमिरोलि-गुंजा-महुर-सरुग्गीय-मिलिय-हरिणउला । 13 हरिणउल-णिच्चल-ट्ठिय-दसण-धावंत-दरिय-वण-वग्घा ।
वण-वग्घ-दसणुप्पित्थ-हत्थि-णासंत-वण-महिसा ।। 15 वण-महिस-वेय-भजंत-सिंग-सण्हावडंत-तरु-णिवहा ।
तरु-णिवह-तुंग-सद्दुच्छलंत-पडिसुत्त-बुद्ध-वण-सीहा ।। 17 वण-सीह-मुक्क-दीहर-परिकुविओरल्लि-हित्थ-हत्थिउला ।
हत्थिउल-संभमुम्मुक्क-भीम-सुंकार-कुविय-वण-सरहा ।। 19 वण-सरह-संभम-भमंत-सेस-सय-सउण-सेण्ण-बीहच्छा ।
सउण-सय-सावयाराव-भीम-सुव्वंत-गरुय-पडिसद्दा ।। 21 अवि य । कहिंचि करयरेंत-वायसा कुलुकुलेंत-सउणया रणरणेत-रण्णया चिलिचिलेंत-वाणरा रुणुरुणंत-महुयरा घुरघुरुंत-वग्घया समसमेंत-पवणया
3) P एयं for एवं, P कयमुहधावणकयाहारा तुरिया. 4) J जलयरतरंग, P मयरहाधाय. 5) J चित्तलजला महाणइणम्मयं, P मलं for जलं, P om. च. 6) P तावय, J ताव अणय, J गुहिल, P दुस्संचारा महाडईए, J पण?मग्गा. 7) P om. सय, J गुहिल, P संसारे. 8) P तेण for ते, P मूढदिसि व्विहाया भय, P उम्मत्तगो विय निरूविय. 9) P om. तं, P महाडई, P पुण केसिया. 11) P कुसुमयतरुयर, J om. भमिर. 12) P भमिरोल, P सरग्गीय. 13) P धोवंत. 14) P दंसणुप्पिच्छ, J मत्त (on the margin) for हत्थि. 15) P भेयभज्जतसंग. 16) J णिवट्ठ for णिवह, P भत्तु for तुंग, P वणसीह. 18) J सभमुमुक्क P संभममुक्क, J सहरा for सरहा. 19) J सेस for सेससय, J वीरुच्छा for बीहच्छा . 21) P करयरंत, J adds कहिंचि before कुलुकुलेंत, P रुणरुणेतभमरया. 22) J घुरघुरेंत.