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________________ चित्र-सूची xxi 23. तीर्थंकर मस्तक : कुषाणकाल, कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 194 ।। 24. ध्यानस्थ पार्श्वनाथ : कुषाण काल, कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 39 । 25. ध्यानस्थ तीर्थंकर : कुषाण काल, कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 686 । 26. छत्र सहित कायोत्सर्ग सर्वतोभद्रिका : कुषाण काल, मथुरा, राज्य संग्रहालय, लखनऊ, J 235।। 27. तीर्थंकर मस्तक : कुषाण काल, मथुरा, राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 172। 28. तीर्थंकर मस्तक : कुषाण काल, मथुरा, राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 169। 29. कायोत्सर्ग सर्वतोभद्रिका : कुषाण काल, कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 230 । 30. पार्श्वनाथ मस्तक : कुषाण काल, मथुरा, राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J 96। 31. कायोत्सर्ग नेमिनाथ : 5वीं शती ई., कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J121।। 32. ध्यानस्थ तीर्थंकर : 5वीं शती ई., कंकाली टीला (मथुरा), राज्य संग्रहालय, लखनऊ, क्रमांक, J118 । 33. तीर्थंकर ऋषभनाथ : गुप्तकाल, अज्ञात, राजकीय संग्रहालय, मथुरा, क्रमांक, 00B.33 । 34. कायोत्सर्ग ऋषभनाथ : गुप्तकाल, मथुरा, राजकीय संग्रहालय, मथुरा, क्रमांक, 12.268। 35. सिर विहिन ऋषभनाथ : गुप्तकाल, मथुरा, राजकीय संग्रहालय, मथुग, क्रमांक, B.24 ।
SR No.022668
Book TitleShursen Janpad Me Jain Dharm Ka Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSangita Sinh
PublisherResearch India Press
Publication Year2014
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
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