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सन्दर्भ-ग्रन्थानुक्रमणी
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किरातार्जुनीय : भारवि : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
कुट्टिनीमतं काव्यम्: अनु. जगन्नाथ पाठक : मित्र प्रकाशन, इलाहाबाद ।
कुमारसम्भव: कालिदास : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
चतुर्भाणी (शृंगारहाट ) : सं. डॉ. मोतीचन्द्र एवं डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल, प्र. मोतीलाल
बनारसीदास, दिल्ली ।
जेनरल एन्थ्रोपोलॉजी : फ्रांज बोआज ।
डार्क कासिएट : धनपाल ।
दशरूपक : धनंजय (धनिक-वृत्तिसहित) : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
दि आउटलाइन आव माइथोलॉजी : लेविस स्पेन्स ।
ध्रुवपद और उसका विकास : आचार्य कैलाशचन्द्रदेव बृहस्पति, प्र. बिहार- राष्ट्र भाषा-परिषद्, पटना । ध्वन्यालोक : आनन्दवर्द्धन: मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
ध्वन्यालोकलोचन : अभिनवगुप्त: चौखम्बा, विद्या-भवन, वाराणसी । सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी ।
नाट्यशास्त्र : आचार्य भरत :
बृहत्कथामंजरी : क्षेमेन्द्र । बृहत्कथाश्लोकसंग्रह : बुधस्वामी, (डॉ. लाकोत द्वारा सम्पादित पेरिस-संस्करण) ।
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बृहत्कथाश्लोकसंग्रह : डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल- सम्पादित संस्करण, पृथ्वी प्रकाशन, वाराणसी । भारतीय वाङ्मय में श्रीराधा : पं. बलदेव उपाध्याय, प्र. बिहार- राष्ट्र भाषा-परिषद्, पटना ।
भारतीय संगीत का इतिहास : श्रीउमेश जोशी ।
भारतीय संगीत वाद्य : डॉ. लालमणि मिश्र प्र. भारतीय ज्ञानपीठ, काशी ।
महार्थमंजरी : 'कला-विवेचन' से सन्दर्भित ।
मानदण्ड : आचार्य नलिनविलोचन शर्मा, प्र. मोतीलाल बनारसीदास, पटना : सन् १९६३ ई. ।
मालविकाग्निमित्र : कालिदास, प्र. मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
मेघदूत : कालिदास : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली । :
मेघदूत : एक अनुचिन्तन : डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव, प्र. नागरी प्रकाशन प्रा. लि., पटना, प्रथम सं., सन् १९५० ई. ।
रघुवंश: कालिदास : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
रसगंगाधर : पण्डितराज जगन्नाथ, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
रसमीमांसा : आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, काशी नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी ।
रामकथा : उत्पत्ति और विकास : रेवरेंण्ड डॉ. फादर कामिल बुल्के, लोकभारती, इलाहाबाद ।
रामचरितमानस: गो. तुलसीदास, गीता प्रेस, गोरखपुर ।
लोकसाहित्य की भूमिका : डॉ. कृष्णदेव उपाध्याय । विक्रमांकदेवचरित : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
विक्रमोर्वशीय : कालिदास : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ।
विधि - विज्ञान का स्वरूप : पं. सतीशचन्द्र मिश्र: प्र. बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना ।