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-XVI.125]
नायाधम्मकाओ
इयगय० कंपिल्लपुरं मज्झमज्झणं निग्गच्छइ जेणेव सयंवरा मंडवे जेणेव वासुदेवपामोक्खा बहवे रायसहस्सा तेणेव उवागच्छइ २ तेसिं वासुदेवपामोक्खाणं करयल जाव वद्धावेत्ता कण्हरस वासुदेवस्स सेयवरचामरं गहाय उववीयमाणे चिट्ठइ ।
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(124) तए णं सा दोवई २ कल्लं जाव जेणेव मज्जणघरे तेणेव उवागच्छइ २ मज्जणघरं अणुपविसइ २ व्हाया कयबलिकम्मा कयकोउयमंगलपायच्छत्ता सुद्धप्पावेसाई मंगलाई बत्थाई पवरपरिहिया मज्जणघराओ पडिनिक्खमइ २ जेणेव जिणघरे तेणेव उवागच्छइ २ जिणघरं अणुपविसइ २ जिणपडिमाणं आलोए पणामं करेइ २ टोमहत्थयं परा मुसई एवं जहा सूरियाभो जिणपडिमाओ अचेइ तहेव भाणियव्वं जाव धूवं डहइ २ वामं जाणुं अंचेइ दाहिणं जाणुं धरणितलंस निट्टु तिक्खुत्तो मुद्धाणं धरणितलंसि नमेइ २ ईसिं पच्चुन्नमइ २ करयल जाव कट्टु एवं वयासी - नमोत्थु णं अरहंताणं जाव संपत्ताणं वंदइ नमसइ २ जिणघराओ पडिनिक्खमइ २ जेणेव अंतेउरे तेणेव उवागच्छइ ।
( 125 ) तए णं तं दोबई २ अंतेउरियाओ सव्वालंकारविभूसियं करेंति । किं ते ? वरपायपत्तनेउरा जाव चेडियाचक्कव । लमहेयरगविंद1 परिक्खित्ता अंतेउराओ पडिनिक्खमइ २ जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव चा उग्घंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ २ किड्ड । वियाए लेहियाए सद्धिं चाउग्घंटं आसरहं दुरूहइ । तए णं से धट्टज्जुणे कुमारे दोवईए कन्नाए सारत्थं करेइ । तए णं सा दोवई २ कंपिल्लपुरं मज्झमज्झेणं जेणेव सयंवरा मंडवे तेणेव उवागच्छइ २ रहं ठावेइ रहाओ पश्चोरुभैइ २ किड्डावियाए लेहियाए सार्द्धं सयंवरमंडवं अणुपविसइ करयल जाब तोर्स बासुदेवपामोक्खाणं बहूणं रायवरसहस्साणं पणामं करेइ । तए णं सा दोवई २ एगं महं सिरिदामगंडं ० किं ते ? पाडलमल्लियचंपय जाव सत्तच्छयाईहिं गंधद्धा मुतं परमसुहफासं देरिसणिज्जं गेण्ड्इ । तए णं सा किड्डाविया सुरूवा जाव वामहत्थेणं चिल्लगं दप्पणं गहेऊण सललियं दुप्पण संकंतबिंबसंंसिए य से दाहिणेणं हत्थेणं दरिसए पवररायसीहे फुड