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'इसिभासियाई'का दार्शनिक विवेचन
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22. इसिभासियाई, 9.4 23. इसिभासियाई, 5.5 24. इसिभासियाई, 15.6 25. इसिभासियाई, 15.8 26. इसिभासियाई, 15.10 27. इसिभासियाई, 15.11 28. दुक्खिओ दुक्खघाताय, दुक्खावेत्ता सरीरिणो। ___पडियारेण दुक्खस्स, दुक्खमण्णं णिबंधती।।- इसिभासिया, 15.12 29. इसिभासियाइं, 7.1 30. जं सुहेण सुहं लद्धं, अच्चंतसुहमेव तं। ___जं सुहेण दुहं लद्धं, मा में तेण समागमो।।-इसिभासियाई, 38.1 31. इसिभासियाई, 38.4-9 32. इसिभासियाई, 29.5 33. इसिभासियाई,29.15 34. इसिभासियाई, 29.17 35. इसिभासियाई, 45.8 36. इसिभासियाई, 4.12 37. आत-कडाण-कम्माणं, आता भुंजति तं फलं।
तम्हा आतस्स अट्ठाए, पावमादाय वज्जए।। - इसिभासिया, 15.21 38. इसिभासियाई, 24.19 39. इसिभासियाई, 30.4 40. इसिभासिया, 31.7-8 41. इसिभासियाई, 9.8 42. जहा अंडे जहा बीए, तहा कम्मं सरीरिणं। ___ संताणे चेव भोगे य, नाणावण्णत्तमच्छति।। 9.9 43. इसिभासियाई, 9.4 44. इसिभासियाई, 9.2 45. उवक्कमो य उक्केरो, संछोभो खवणं तथा।
बद्धपुट्ठविधत्ताणं, वेदणा तु णिकायिते।। - इसिभासियाई, 9.15