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विशेष
'द्रव्य-गुण- पर्यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोगपरामर्श' व्यायामां वर्शवेला पछार्थोनी याही ● 149
१२७,७१४,७१६,७१८, ७५८ (२) गीतार्थमिश्र विहार २०४० - २०४१, वीतराग नमस्कार २०४९ - २०५० वीर्य
देखिए
( १ ) अचरम विशेष
वीर्यात्मा
(२) अंत्य विशेष २०३३ - २०४४, २०४८, २०५० वीर्यशक्ि विशेष उपयोग देखिए उपयोग (चैतन्य) विशेषगुण देखिए गुण ( षोडशकवृत्ति परिभाषा ) विशेषगुण भेद देखिए भेद (प्रकार)
वृत्त
विशेषग्राहक नैगम देखिए नय ( नवविध ) नैगम (विशेषावश्यकभाष्यकारसम्मत) देखिए नय ( नवविध) नैगम (शीलाङ्काचार्यसम्मत ) देखिए नय ( नवविध)
विशेषग्राहक नैगम
संग्रहनय (देवचन्द्रजी)
विशेष संग्रहनय
विशेषसंग्रहभेदक व्यवहारनय देखिए नय
( नवविध) (५) व्यवहारनय
विशेष स्वभाव विशेषस्वभाव भेद
देखिए
देखिए
(११) गुणभेद वृत्ति (अर्थगत)
विषयप्रतिभास ज्ञान देखिए
स्वभाव
भेद (प्रकार)
देखिए
अनुष्ठान
विष अनुष्ठान विषय वैराग्य विषयता संबंध (विषय-विषयिभाव संबंध)
देखिए वैराग्य
(१) गीतार्थ विहार
(३१) स्वभावभेद
देखिए संबंध
ज्ञान
( + उपयोग + बोध)
विषयाभिलाष मंत्री
विषयिता (त्रिविध) विभागपरिक्षय
२५७०, २५७२ १०७१, १२८५ २३७९ विस्ताररुचि सम्यक्त्व देखिए सम्यक्त्व ( सम्यग्दर्शन)
विस्रोतसिका
देखिए दोष ( रत्नत्रयसंबंधी)
विहार
देखिए नमस्कार
गुण प्रकार (१) विशेष गुण देखिए शक्ति (अर्थगत) देखिए आत्मा
देखिए उपचारनिमित्त (लक्षणानिमित्त +
आरोपनिमित्त)
७२, २२९७
(१) देशवृत्ति (२) सकलवृत्ति
वृत्ति (आलङ्कारिकसम्मत)
(१) अभिधा शक्ति
(२) लक्षणा शक्ति
(३) व्यञ्जना शक्ति
(I) आर्थी व्यञ्जना (II) शाब्दी व्यञ्जना
(A) अभिधामूलक शाब्दी
व्यञ्जना
(B) लक्षणामूलक शाब्दी
व्यञ्जना
वृत्ति (नैयायिकसम्मत )
(१) लक्षणा ( उपचार वृत्ति)
७२, २२९७
(२) शक्ति (मुख्य वृत्ति)
(I) खंडशः शक्ति
वृत्ति ( मीमांसासम्मत)
(१) लक्षणा वृत्ति (२) अभिधा वृत्ति
(३) गौणी वृत्ति
१८८७-१८९४
१८८७-१८९४
५८१-५८२
५८१-५८२
५८२-५८३
५८१-५८२
५८१-५८२
५८१-५८२, ७२३
५६९-५७०,
५७३ - ५७९,५९३-५९४, ५९७-५९८,१९८३ ५६८-५७०, ५७३, ५७८- ५७९, ५९७, १९८३ २२८, ५२०, १२४३-१२४४
५८४
५८४
५८४