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________________ • 'द्रव्य - गुएा-पर्यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोगपरामर्श' व्यायामां वएर्शवेला पहार्थोनी याही • 109 कर्मोपाधिनिरपेक्ष नित्यशुद्धपर्यायार्थिक देखिए नय ( नवविध) (२) पर्यायार्थिकनय कर्मोपाधिनिरपेक्ष शुद्धद्रव्यार्थिकनय देखिए नय ( नवविध) (१) द्रव्यार्थिकनय कर्मोपाधिसापेक्ष अनित्य अशुद्धपर्यायार्थिक (६) परिणामी कारण ( उपादान कारण ) १४१२, १७५२-१७५५ १४१५ कारणता (७) प्रेरक कारण कारण-कार्य आरोप देखिए आरोप ( + उपचार ) ३१६ पर्याय ( नियमसार) देखिए पर्याय ( नियमसार) देखिए नय (नवविध) (२) पर्यायार्थिकनय संबंध कारणशुद्ध पर्याय देखिए कार्य कारणभाव संबंध कार्यशुद्ध पर्याय देखिए काल कर्मोपाधिसापेक्षाऽशुद्ध द्रव्यार्थिक देखिए नय ( नवविध ) (१) द्रव्यार्थिकनय देखिए द्रव्य ( षट्क) कला (७२) कल्प्याकल्प्य अनेकांत कषाय कषाय परिपाक कषायमुक् कषायशासन प्रभावना देखिए कषाय संलीनता कषाय सप्तभङ्गी कषायात्मा कान्तादृष्टि कामवासना देखिए अनेकांत देखिए दोष ( रत्नत्रयसंबंधी) कामाश्रव कायिक गुप्त कायिक मौन कारक - कारकिभाव संबंध कारण (१) अंत्य कारण (२) अपेक्षा कारण २३७० काल (आध्यात्मिक) (३) उपग्रह कारण (४) निमित्त कारण (५) निर्वर्तक कारण प्रभावना संलीनता सप्तभङ्गी ( षट्क) (३) काल देखिए (I) काल श्वेतांबरपक्ष देखिए देखिए आत्मा देखिए योगदृष्टि देखिए वासना देखिए आश्रव देखिए गुप्ति काल (चतुष्क) देखिए द्रव्य ( षट्क) (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष काल (त्रिविध) देखिए द्रव्य ( षट्क) (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष काल ( दर्शनांतर निषिद्ध) देखिए द्रव्य ( षट्क) (३) काल मौन काल (दिगंबरपक्ष) देखिए द्रव्य (षट्क) (३) काल देखिए संबंध काल ( पर्यायस्वरूप कालपक्ष) देखिए (षट्क) (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष १४२३ काल (मनुष्य क्षेत्रव्यापी) देखिए द्रव्य ( षट्क) १४१२-१४१५,१४२०, (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष १४२१,१४२६,१४३४ - १४३५, काल (लोकव्यापक) देखिए द्रव्य ( षट्क) १४३९,१४४०, १५०१-१५०२,१५११ देखिए द्रव्य (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष १४१४ काल (लोकालोकव्यापक) देखिए द्रव्य ( षट्क) (३) काल (I) काल श्वेतांबरपक्ष देखिए द्रव्य ( षट्क) (३) काल २४४६ २४८० (१) अचरमावर्त काल (२) चरमावर्त काल (३) धर्मयौवन काल (४) भवबाल काल | काल ( एकादश ) देखिए द्रव्य १५३,१५५ १५४,१५६, २३९९ १५३ - १५४, २४०४ १५२ - १५३, २४०४ १४१२-१४१५,१७५२ १४१२-१४१३ | काल (श्वेतांबरपक्ष )
SR No.022378
Book TitleDravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay
PublisherShreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
Publication Year2013
Total Pages432
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size74 MB
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