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________________ 102 • 'द्रव्य-1-पयायनो २॥' तथा 'द्रव्यानुयो५२॥मश' व्यायामा एविदा पानी याही . अवक्तव्य स्वभाव देखिए स्वभाव अव्याप्ति देखिए दोष (दूषण) (२) सामान्य स्वभाव अशरीरजीव प्रज्ञापना देखिए प्रज्ञापना अवगाहना लक्षण देखिए लक्षण अशुद्ध अनुष्ठान देखिए अनुष्ठान अवगाहहेतुता देखिए गुण प्रकार अशुद्ध गुण अर्थपर्याय देखिए पर्याय प्रकार (१) विशेष गुण| (१) अर्थपर्याय अवग्रह देखिए उपयोग (चैतन्य) | अशुद्ध गुण व्यंजनपर्याय देखिए पर्याय प्रकार अवधि (मर्यादा) १४७८-८१, १५७५ (२) व्यंजनपर्याय अवधिज्ञान देखिए ज्ञान (+उपयोग+बोध) | अशुद्ध द्रव्य अर्थपर्याय देखिए पर्याय प्रकार अवधिज्ञानविषय (जघन्य) ८५० ) अर्थपर्याय अवशिष्ट सामान्यगुण देखिए गुण प्रकार अशुद्धद्रव्य नैगम देखिए नय (नवविध) (२) सामान्य गुण नैगम (विद्यानंदस्वामी - अन्यविध) अवसन्न देखिए वर्त्य साधु अशुद्ध द्रव्यव्यंजनपर्याय देखिए पर्याय प्रकार अवस्थित गुरुत्व देखिए गुरुत्व (१) व्यंजनपर्याय अवांतर सामान्य देखिए सामान्य अशुद्ध द्रव्यव्यंजनपर्याय नैगम देखिए नय (नवविध) अवाचनीय (श्रोता) २३६५-६६/ नैगम (विद्यानंदस्वामी - अन्यविध) (१) त्रिविध अवाचनीय २३६५ / अशुद्ध द्रव्यार्थपर्याय नैगम देखिए नय (नवविध) (२) चतुर्विध अवाचनीय २३६६ नैगम (विद्यानंदस्वामी - अन्यविध) अविद्याआश्रव देखिए आश्रव अशुद्ध द्रव्यार्थिकनय देखिए नय (देवचंद्रजीअविनय देखिए दोष सम्मत) (१) द्रव्यार्थिकनय (रत्नत्रयसंबंधी) |अशुद्ध नय देखिए नय (आपादन प्रकार) अविनय मिथ्यात्व देखिए मिथ्यात्व अशुद्ध नय देखिए नय (प्रकीर्णक) अविभागपलिच्छेद पर्याय देखिए पर्याय (प्रकीर्णक) | अशुद्ध निश्चयनय देखिए नय (आध्यात्मिक) अविरोध (भेदाभेद संबंधी) ३७७-३८३, (१) निश्चयनय ___३८५-३९९,४२९-४३८,४४८-४५६ / अशुद्ध पर्याय देखिए पर्याय (प्रकीर्णक) अविशुद्ध द्रव्यार्थिकनयदेखिए नय (प्रकीर्णक) | अशुद्ध भाव देखिए भाव (५) द्रव्यार्थिक नय | अशुद्ध व्यवहारनय देखिए नय (नवविध) अविशुद्ध द्रव्यास्तिकनय देखिए नय ____ व्यवहारनय (देवचन्द्रजी) (अनुयोगद्वारवृत्तिकारसम्मत) (१) द्रव्यास्तिकनय | अशुद्ध व्यवहार देखिए व्यवहार (देवचंद्रजीसम्मत) अवेद्यसंवेद्यपद देखिए पद | अशुद्ध सद्भूत व्यवहार देखिए उपनय अव्यक्त समाधि २४१३ (१) सद्भूत व्यवहार अव्यक्त सामायिक २४१३ | अशुद्ध सामायिक देखिए सामायिक अव्यवच्छित्तिनयमत देखिए नयमत अशुद्ध स्वभाव देखिए स्वभाव अव्यवस्था देखिए दोष (दूषण) (१) विशेष स्वभाव
SR No.022378
Book TitleDravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay
PublisherShreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
Publication Year2013
Total Pages432
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size74 MB
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