________________
• 'द्रव्य-1-पर्यायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोग५२मश' व्यायाम वविता पार्थोना याही . 101 अभ्युच्चयवाद देखिए वाद
अर्थपद लक्षण देखिए लक्षण अभ्युपगमवाद देखिए वाद
अर्थपर्याय देखिए पर्याय अमनस्क योग देखिए योग (अवशिष्ट)
(दिगंबरसम्मत) अमूर्तता
देखिए गुण प्रकार | अर्थपर्याय देखिए पर्याय (श्वेताम्बर)
(१) विशेष गुण | अर्थपर्याय देखिए पर्याय ___ + (२) सामान्य गुण
(सम्मतितर्कअनुसार) अमूर्त्तत्व (जाति-परिणति) ८४९,१६३९ | अर्थपर्याय देखिए पर्याय अमूर्त्तत्वशक्ति देखिए शक्ति (अर्थगत)
(आलापपद्धति परिभाषा) अमूर्त स्वभाव देखिए स्वभाव
अर्थपर्याय देखिए पर्याय प्रकार
(१) विशेष स्वभाव अर्थपर्याय नैगम देखिए नय (नवविध) अमृत अनुष्ठान देखिए अनुष्ठान
नैगम (विद्यानंदस्वामी-अन्यविध) अमृतचन्द्राचार्यमत समीक्षा देखिए समीक्षा | अर्थपर्याय भेद देखिए भेद (प्रकार) अमृतरसांजन २३३२,२४४७
(२३) पर्यायभेद अयुगपद्भावी पर्याय देखिए पर्याय (श्वेताम्बर)
| अर्थपर्याय सप्तभङ्गी देखिए सप्तभङ्गी अरूपिअजीवद्रव्य प्रज्ञापना देखिए प्रज्ञापना
| अर्थलक्षण देखिए लक्षण अरूपिअजीवभेद देखिए भेद (प्रकार) अर्थव्यंजनपर्याय नैगम देखिए नय (नवविध) अर्थ (आगमिक)
नैगम (विद्यानंदस्वामी-अन्यविध) (१) अनधिगम अर्थ
३७३-३७४ | अर्थसमाजसिद्ध
१४४० (२) दुरधिगम अर्थ
३७३-३७४ अर्थसिद्धि
५०६ (३) सुखाधिगम अर्थ
३७३-३७४
अर्थान्तरगमन नाश देखिए नाश अर्थ (दार्शनिक)
(सम्मतिकारसम्मत) (१) प्रायोगिक नाश (१) शक्यार्थ (वाच्यार्थ) ५६९,५७१,५७६,
| अर्थान्तरगमन नाश देखिए नाश
५८१,५९७ (२) लक्ष्यार्थ (गौण) ५७०-५७२,
(सम्मतिकारसम्मत) (२) वैस्रसिक नाश ५७६,५८१,५९४
| अर्थारूढ समभिरूढ देखिए नय (नवविध) (३) व्यंग्यार्थ
भरूढ नय ५८१ (४) प्रतीयमान अर्थ
देखिए नय अर्थक्रिया १७६२,१७७०-१७७३,
(आपादन प्रकार) १७८१,१७८३,१७८५,१८१०,
अर्हत्समापत्ति देखिए समापत्ति (विविध)
१८१४,१९६५ अलीकता देखिए दोष (दूषण) अर्थक्रियाअनुपपत्ति देखिए दोष (दूषण) | अलोकाकाश देखिए द्रव्य (षट्क) अर्थनय देखिए नय (प्रकीर्णक)
(१) आकाशास्तिकाय अर्थनय देखिए नय
अवक्तव्य
४७६-४८४,५१८-५१९, (आपादन प्रकार)।
५७६-५७७, ५८५
५९७/ अर्पित नय