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२२८६ / अद्वेष
अणु
• 'द्रव्य-गु-५यायनो २रास' तथा 'द्रव्यानुयोग५२मश' व्यायाम विदा पर्थोनी याही . 97 अज्ञान (वेदान्तिसम्मत) २०१३-२०१४ | अत्यंताभाव देखिए अभाव अज्ञान देखिए दोष (दूषण) ।
(३) संसर्ग अभाव अज्ञानत्व
देखिए गुण (अष्टक) अज्ञान मिथ्यात्व देखिए मिथ्यात्व अधर्मास्तिकाय देखिए द्रव्य (षट्क) अणु (एकार्थिक) ८६७ | अधर्मास्तिकायसाधक प्रमाण देखिए प्रमाण
(साधक) (१) कालाणु (दिगंबरपक्ष) १५४७-१५५३, अधःकरण देखिए निगरण १५६१, १५६४-१५६६, १५६९, १५७४, | अधःप्रवृत्तिकरण देखिए करण १५७९, १५८७, १५८९, १५९२,
(३)यथाप्रवृत्तकरण २०६६, २०६७ | अध्यवसाय (अध्यवसान)
२३७६ (२) कालाणु (श्वेतांबरपक्ष) १५५८, १५५९, | अध्यात्मअनुयोग देखिए अनुयोग
१५७९, १५९४-१५९९, १६०६ | अध्यात्मयोग देखिए योग (योगबिन्दु) (३) पुद्गलाणु (पुद्गलपरमाणु) १३२६-१३२९, अनंतद्रव्यवृत्तित्व। देखिए दोष (दूषण)
१३६१-१३६३, १३६६, १३६८, | अनधिकृतप्रवर्तन । देखिए
२०६६, २२११, २२१२ अनधिगम अर्थ देखिए अर्थ (आगमिक) अणुगति
अनध्यवसाय देखिए __दोष (दूषण) (१) प्रकृष्ट अणुगति १६०४-१६०५
अननुगम (अननुगतत्व) देखिए । दोष (दूषण) (२) मंद अणुगति
१५७३-१५७५
देखिए अतद्भाव देखिए भेट (नि
अनुष्ठान अननुष्ठान भेद (दिगंबर)
अनन्त नय अतात्त्विक व्यवहार देखिए
देखिए नय (विस्तार) व्यवहार
अनर्पित नय (अवशिष्ट)
देखिए नय
(आपादन प्रकार) अतादवस्थ्यापत्ति देखिए दोष (दूषण)
अनवस्था
देखिए २३६६-६७
दोष (दूषण) अतिपरिणामी
अनस्तिकाय
१४०५-१४०७,१५६३ अतिप्रसंग देखिए दोष (दूषण) अतिव्याप्ति देखिए दोष (दूषण)
अनागत-अतीत आरोप देखिए आरोप अतीत-अनागत आरोप देखिए आरोप
(+ उपचार) (+ उपचार)
| अनागतभाव प्रज्ञापक नय देखिए नय अतीतत्व लक्षण देखिए लक्षण
__(आपादन प्रकार) अतीतभाव प्रज्ञापक नय
देखिए नय अनागत-वर्तमान आरोप देखिए आरोप (आपादन प्रकार)
(+ उपचार) अतीत-वर्तमानत्व आरोप देखिए आरोप | अनादिनित्यग्राहक शुद्धपर्यायार्थिक देखिए नय (+ उपचार)
(नवविध) (२) पर्यायार्थिकनय
देखिए